Cyclone Fengal Storm Update: फेंगल से तमिलनाडु-पुडुचेरी में बाढ़ का कहर: तूफान फेंगल से 12 मौतें हुईं
बंगाल की खाड़ी से उठे फेंगल तूफान (fangal storm) के असर के चलते तमिलनाडु में 12 मौतें हुईं। यह बात मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को लिखे लेटर में बताई। उन्होंने लिखा- हमारी पूरी कोशिश के बावजूद सब कुछ तहस-नहस हो गया।
फेंगल तूफान (fangal storm) 30 नवंबर शाम 7:30 बजे पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया था। कमजोर होने के बाद तूफान 2 दिसंबर को केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पहुंचा। इन राज्यों में भी लगातार तेज बारिश हो रही है।
चक्रवाती तूफान फेंगल ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी तबाही मचाई है। इसके प्रभाव से पिछले दो-तीनों में हुई मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। उत्तरी तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में सड़कों और घरों में फानी भर गया है। तिरुवन्नामलाई जिले में एक घर के भूस्खलन की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग अभी लापता हैं, जिनकी तलाश में एनडीआरएफ की टीम जुटी है। मुख्यमंत्री एमकी स्टालिन (MK Stalin) ने कहा है कि इस प्राकृतिक आपदा से 69 लाख परिवार और 1.5 लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से 2000 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लिखे पत्र में स्टालिन (Stalin) ने कहा कि उक्त धनराशि से राज्य को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे और आजीविका की अस्थायी बहाली में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा है कि चक्रवाती तूफान सेस राज्य के 14 जिलों में भारी तबाही हुई है। शुरुआत में इससे तंजावुर, तिरुवरूर, नागपट्टिनम और मायीलदुथुरई जिलों में भारी बारिश हुई। इसके बाद चेन्नई, थिरुवल्लुर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और विल्लुपुरम में अत्यधिक बारिश हुई। 1 दिसंबर को जब फेंगल तट से टकराया तो उसके बाद विल्लुपुरम, कलाकुरिची, कुड्डालोर और तिरुवन्नामलाई जिलों में सड़कों के साथ ही बिजली लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा क्योंकि हवा की रफ्तार 90 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई थी।
फेंगल से केरल-कर्नाटक में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवाती तूफान फंगल अभी उत्तरी तमिलनाडु में दबाव के रूप में स्थिर है। 3 दिसंबर को उत्तरी केरल और कर्नाटक होते हए इसके अरब सागर मं जाने की संभावना है और तब यह गहरे दबाव में बदल जाएगा। इसके प्रभाव से उत्तरी केरल और कर्नाटक में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने उत्तरी केरल के पांच जिलों-कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझीकोड और मलप्पुरम में अगले दो दिन भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। कासरगोड जिला प्रशासन ने आंगनवाड़ी और मदरसा समेत सभी शैक्षणिक संस्थानों में मंगलवार को छुट्टी की घोषणा की है। बंगलूरू और आसपास के इलाकों में भी अगले दो दिन भारी बारिश होने की संभावना है।