Udaipur Panther Attack: आदमखोर पैंथर का खौफ हुआ ‘खत्म’: अबकी बार भाग नहीं पाया आदमखोर पैंथर
Udaipur आदमखोर पैंथर का खौफ ‘खत्म’ हो गया है। आखिरकार आदमखोर पैंथर को मार गिराया गया मदार इलाके में आदमखोर पैंथर को गोली मार दी गई। इस आदमखोर पैंथर ने पिछले 1 महीने में 10 लोगों को अपना शिकार बनाया था।
आखिरकार 10 लोगो की जान लेने के बाद आदमखोर पैंथर को मार गिराया गया अब इलाके में पेंथर का खोप ख़त्म हो गया। पेंथर को कल गोली से मार गिराया बताया गया की पेंथर पिछले 1 एक महीने से 10 लोगो की जान ले चूका था। इनमें से एक मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं जिसे पैंथर ने शिकार बनाया मंदिर के कुछ ही दूरी पर पुजारी का शव पड़ा मिला था।
पेंथर को गोली मरने के बाद मामले की सूचना वन विभाग और पुलिस के आला अधिकारी को दी गयी थी। मौके पर पहुंच रहे हैं। वन विभाग अभी इस बात की पुष्टि करने में जुटा है कि क्या मारा गया पैंथर वही आदमखोर पैंथर है, जिसने गोगुंदा इलाके में आतंक मचा रखा था।
बताया गया की पेंथर को पैंथर को उदयपुर के मदार इलाके में गोली मारी गई। यह पैंथर पिछले 1 माह में 8 लोगों की जान ले चुका था. पैंथर को गोली मारने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को मिली उन्होंने राहत की सांस ली।
वन विभाग में जारी किए थे गोली मारने के आदेश
गोगुन्दा इलाके में आदमखोर पैंथर का आतंक था उसने आठ लोगों को अपना शिकार बनाकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उसे गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए थे उसे ढूंढने के लिए सेना व पुलिस के जवान और वन विभाग की टीमें लगी हुई थी अलग अलग ग्रुप में कुल 150 से ज्यादा कर्मचारी पैंथर को घने जंगलों में तलाश रहे थे। इस मामले में ड्रोन की भी मदद ली गई थी। साथ ही ग्रामीणों ने भी सहयोग किया। देर रात को भी ये सर्च ऑपरेशन जारी रहा। वन विभाग ने पिंजरों में शूटर्स बिठाए लेकिन वह हाथ में नहीं आया था।
5 दिन में 3 बार अटैक किया
मदार गांव में बीते करीब 5 दिन में लेपर्ड के दो अटैक हुए हैं। बुधवार को खेत में काम कर रही 2 महिलाओं पर हमला किया था। दोनों घायल हो गई थीं। इनमें से लेपर्ड ने एक महिला मांगीबाई के गले पर अटैक किया था। इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। वहीं, दूसरी महिला केसीबाई के हाथ में घाव है, उनका इलाज चल रहा है।
इससे एक दिन पहले मंगलवार रात को पालड़ी गांव में लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार कर उसे मार डाला था। वहीं, तीन दिन पहले रविवार को बड़ी गांव में भी लेपर्ड ने गाय के बछड़े का शिकार किया था।
कब,किस पर, कहां हुआ हमला
- 19 सितंबर काे गोगुन्दा के पास उंडीथल गांव में 16 साल की कमला गमेती पर हमला किया. इसके बाद 19 सितंबर काे ही महज 500 मीटर दूर भेवड़िया गांव में 45 वर्षीय खुमाराम गमेती पैंथर का शिकार बना।
- अगले दिन 20 सितंबर काे पैंथर ने छाली के ही उमरिया गांव में 50 साल की हमेरी गमेती का शिकार किया।
- 28 सितंबर को गोगुंदा की ही बगडूंदा ग्राम पंचायत के गुर्जरों का गुड़ा में 55 साल की गटू बाई गुर्जर को पैंथर ने शिकार बनाया।
- 30 सितंबर को गोगुंदा की विजय बावड़ी पंचायत के राठौड़ों का गुड़ा में तेंदुए ने मंदिर के पुजारी 65 वर्षीय विष्णु पुरी पर हमला किया. यह जगह गोगुंदा से 4 किमी दूर है।
- इधर, तेंदुए तलाश जारी थी कि अगले ही दिन एक अक्टूबर को विजयबावड़ी ग्राम पंचायत के केलवों का खेड़ा में 50 वर्षीय कमला कुंवर पत्नी ओम सिंह राजपूत को शिकार बना लिया. ये गांव राठौड़ों का गुड़ा से करीब 2 किलोमीटर दूर है।
आदमखोर तेंदुए के आतंक का राजस्थान में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में भी ऐसा खौफ देखा गया था। उस समय तेंदुए ने 13 लोगों मारकर खाया था जबकि तीन लोग उसके हमले गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
लेकिन अभी तक ये नहीं कहा जा सकता की मरने वाला पैंथर आदमखोर पैंथर ही है अभी इस की जांच की जा रही है।