मुरादाबाद: नशे में धुत्त दरोगा-सिपाही का उत्पात, खाना न देने पर होटल में तोड़फोड़

मुरादाबाद। ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र से पुलिस की छवि धूमिल करने वाली गंभीर घटना सामने आई है। आरोप है कि नशे में धुत्त दरोगा और सिपाही देर रात एक होटल में घुस गए और खाना न मिलने पर होटल में जमकर उत्पात मचाया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और दोनों पुलिसकर्मियों—दरोगा सुरेंद्र कुमार और सिपाही रजत—को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
घटना तिकोनिया स्थित एक होटल की है, जहाँ देर रात करीब 11 बजे के बाद होटल स्वामी ने होटल बंद कर दिया था। होटल मालिक शारिक के अनुसार, उसी समय दरोगा और सिपाही वहाँ पहुंचे और खाने की मांग की। जब उन्हें बताया गया कि होटल बंद हो चुका है और खाना उपलब्ध नहीं है, तो दोनों पुलिसकर्मी आग-बबूला हो गए। होटल स्वामी का आरोप है कि ये पुलिसकर्मी अक्सर होटल में आते हैं और बिना पैसे दिए खाना खाकर चले जाते हैं।
शारिक के मुताबिक इस बार जब भोजन देने से मना किया गया तो दोनों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि उन्होंने होटल में कुर्सियाँ, काउंटर, ग्लास, बर्तन आदि तोड़ दिए। होटल का स्टाफ डरकर भाग गया, लेकिन दरोगा सुरेंद्र ने कर्मचारियों को ढूंढ-ढूंढकर लोहे के वाइपर से पीटा। इस दौरान होटल में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कई कर्मचारी चोटिल बताए जा रहे हैं।

पीड़ित होटल स्वामी ने किसी तरह खुद को और अपने स्टाफ को सुरक्षित करते हुए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस के उच्च अधिकारियों से भी मिलकर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। होटल मालिक का कहना है कि अगर वीडियो वायरल न होता तो शायद उनकी शिकायत पर कार्रवाई भी न होती।
जैसे ही घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। आम लोगों ने इस कृत्य को ‘वर्दी का दुरुपयोग’ बताते हुए कड़ी आलोचना की। वीडियो में होटल में की गई तोड़फोड़, चिल्लाहट और मारपीट की घटनाएं स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि विभागीय जांच जारी है और दोष सिद्ध होने पर आगे की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय व्यापारी संगठनों और होटल व्यवसायियों ने भी इस घटना की निंदा की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएँ पुलिस पर लोगों के भरोसे को कमजोर करती हैं और व्यापारियों में भय का वातावरण पैदा करती हैं। उन्होंने मांग की है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
होटल में हुए नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है और स्टाफ का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। होटल मालिक ने कहा कि वे न्याय की उम्मीद में पुलिस अधिकारियों और प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं।
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