खाटूश्यामजी में पुष्कर जैसा विकास: बजट में विशेष घोषणाओं की तैयारी

खाटूश्यामजी में विकास को लेकर दीया कुमारी ने अधिकारियों को फटकारा, जयपुर में होगी बैठक
राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी आज एक दिवसीय दौरे पर सीकर पहुंचीं। उनका मुख्य उद्देश्य खाटूश्यामजी में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करना और उन परियोजनाओं की समीक्षा करना था। सुबह उन्होंने खाटूश्याम मंदिर में दर्शन किए और श्रद्धालुओं से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत खाटूश्यामजी में जारी विकास कार्यों का जायजा लिया।
दीया कुमारी ने 52 बीघा पार्किंग क्षेत्र सहित खाटूश्यामजी के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। दौरे के दौरान उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि अभी तक जो कार्य किए गए हैं, उनका कोई ठोस औचित्य नजर नहीं आ रहा है और इससे जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा। उन्होंने विशेष रूप से दांता रोड पर चल रहे विकास कार्यों को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि यह भविष्य में उपयोगी साबित नहीं होगा।
दीया कुमारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि खाटूश्यामजी के विकास के लिए बजट का उपयोग प्रभावी और सार्थक तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्माण और सुधार कार्यों में निवेश किए गए पैसों का असर वास्तविक रूप से दिखना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि कार्यों की गुणवत्ता और उपयोगिता में सुधार नहीं हुआ, तो गंभीर कार्रवाई की जाएगी।

डिप्टी सीएम ने अधिकारियों से कहा कि उपखंड अधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारियों के साथ मंगलवार को जयपुर में बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में यह तय किया जाएगा कि खाटूश्यामजी में विकास कार्यों को किस दिशा में आगे बढ़ाया जाए और किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ बैठक में आने के निर्देश दिए ताकि विकास कार्यों को लेकर ठोस निर्णय लिए जा सकें।
दीया कुमारी ने पुष्कर के विकास कार्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह पुष्कर में श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया गया, वही खाटूश्यामजी में होना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी बजट में खाटूश्यामजी के विकास के लिए पर्याप्त राशि स्वीकृत की जाएगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि खाटूश्यामजी एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है और इसे पर्यटन के लिहाज से भी विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर सड़क, साफ-सुथरा वातावरण, पार्किंग सुविधा और अन्य आधारभूत संरचना के माध्यम से यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधा दी जा सके।
अधिकारियों से उन्होंने यह भी कहा कि विकास कार्य केवल कागजों तक सीमित न रहें बल्कि वास्तविक रूप में नागरिकों को लाभ पहुंचाएं। कार्यों की गुणवत्ता, समय पर पूर्णता और उपयोगिता सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही हो।
स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए दीया कुमारी ने कहा कि खाटूश्यामजी का विकास राजस्थान के धार्मिक पर्यटन के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। यह स्थल ना केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि राज्य और देश भर के श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है। इसलिए इसे पुष्कर की तरह विकसित करना आवश्यक है।
दौरे के दौरान दीया कुमारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की समीक्षा समय-समय पर की जाएगी और यदि कहीं भी अनियमितता या गैर-जिम्मेदारी पाई गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस दौरे के दौरान डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि खाटूश्यामजी में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। बेहतर सड़क, सफाई, पार्किंग, बिजली और जल आपूर्ति जैसी आधारभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि खाटूश्यामजी में होने वाले विकास कार्य वास्तविक और असरदार हों, ताकि इसे धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में और अधिक आकर्षक बनाया जा सके।
राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर इस दौरे को खाटूश्यामजी के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मंगलवार को जयपुर में होने वाली बैठक में यह तय किया जाएगा कि कौन-कौन से नए परियोजनाओं को मंजूरी दी जाए और वर्तमान विकास कार्यों में सुधार कैसे किया जाए।
इस प्रकार डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने खाटूश्यामजी के विकास को लेकर स्पष्ट संदेश दिया कि यह स्थल राज्य के धार्मिक पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है और इसे पुष्कर की तरह विकसित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता होगी।
Read More: जयपुर हॉस्पिटल में शव रोके जाने पर हंगामा, किरोड़ीलाल ने सरकार पर लगाई नाकामी की बात

