मदन राठौड़ का पलटवार: अशोक गहलोत पर तंज, कांग्रेस पर आरोप

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने जयपुर में अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार किया। कहा- कांग्रेस ने संविधान की कई बार हत्या की, बजरी माफिया पैदा किया। भजनलाल सरकार ने अधिकारियों पर अंकुश लगाकर व्यवस्था सुधारी।
जयपुर में मीडिया से संबोधन :

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने जयपुर स्थित एसएमएस इंडोर स्टेडियम में आयोजित वर्कशॉप के बाद मीडिया से बातचीत की। यह वर्कशॉप सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर थी।
मीडिया से बातचीत के दौरान राठौड़ ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक टकराव अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि “उनके बीच छिपा हुआ युद्ध चल रहा है। जो सर्वविदित है। वहां उपदेश दे रहे हैं और यहां खुद ही आगे आना चाहते हैं।”
कांग्रेस पर आरोप: संविधान की हत्या और राष्ट्रपति शासन :

राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक बार नहीं, बल्कि कई बार संविधान की हत्या की। उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस ने देश में चुनी हुई भाजपा सरकारों को बर्खास्त करने का काम किया।

विशेष रूप से राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने पांच भाजपा सरकारों को बर्खास्त किया। राठौड़ ने कहा कि आपातकाल में कांग्रेस ने मीडिया पर भी प्रतिबंध लगाया। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा संविधान का सम्मान किया और उसे सर्वोपरि रखा।
उन्होंने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जनता को परेशान कर रही हैं, लेकिन भाजपा ने कभी संविधान का उल्लंघन नहीं किया। जहां राष्ट्रपति शासन की जरूरत पड़ी, वहां केवल परिस्थितियों के आधार पर कार्रवाई की गई।
भजनलाल सरकार और अधिकारियों पर अंकुश :

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान में पंचायत और निकाय चुनावों पर सवाल उठाए थे। इस पर राठौड़ ने कहा कि भजनलाल सरकार ने अधिकारियों पर नियंत्रण लगा दिया। अब राज्य के अधिकारियों के डंडे में कांग्रेस का झंडा नहीं, बल्कि भाजपा का झंडा है।
उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी अभी भी पदों पर हैं, वह पूर्व सरकार के समय नियुक्त हुए थे। अगर गहलोत आज इन पर सवाल उठा रहे हैं, तो इसका मतलब यह है कि उस समय उनके निर्णय सही नहीं थे।
अवैध बजरी खनन और पूर्व सरकार की भूमिका :

मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पूर्व सरकार ने अवैध बजरी खनन और माफिया को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान भजनलाल सरकार ने इस पर अंकुश लगाकर कानून और व्यवस्था को दुरुस्त किया है।
राठौड़ ने जोर देकर कहा कि राजस्थान में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार पूरी तरह से सख्ती से कार्रवाई कर रही है।
उपचुनाव और पार्टी अनुशासन :

राठौड़ ने अंता उपचुनाव में रामपाल मेघवाल द्वारा अपना नाम वापस लेने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सही समय पर लिया गया और संगठन के नियमों का पालन करते हुए किया गया।

उन्होंने कहा कि पार्टी के संस्कारित नेताओं ने समय पर संगठन के निर्णय का सम्मान किया। इस कदम से भाजपा को राजनीतिक मजबूती मिली और संगठनात्मक अनुशासन का संदेश गया।
मदन राठौड़ का निष्कर्ष :

मदन राठौड़ ने साफ किया कि भाजपा सरकार नियम और कानून के अनुसार कार्य कर रही है। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पूर्व सरकार की गलत नीतियों के परिणामस्वरूप आज प्रदेश में कई अव्यवस्थाएं थीं।
राठौड़ ने कहा कि भजनलाल सरकार ने व्यवस्था सुधारने में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, चाहे वह अधिकारियों पर अंकुश लगाना हो या अवैध बजरी खनन पर रोक। उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी कि अब जनता और कानून का ध्यान उनके कार्यों पर रहेगा।
राजस्थान की राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी :
राजस्थान में सियासी बयानबाजी तेजी से बढ़ रही है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत लगातार भजनलाल सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए स्पष्ट किया कि उनकी सरकार जनता और संविधान की रक्षा के लिए सख्त कदम उठा रही है।
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