केंद्रीय मंत्री शेखावत: भारत के डोमेस्टिक टूरिज्म की ताकत बेजोड़, रोजगार और बजट पर चर्चा
-सौजन्य से संसद टीवी
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने राज्यसभा में भारत के पर्यटन क्षेत्र, रोजगार और बजट पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने घरेलू पर्यटन की मजबूती, कोविड के बाद तेज रिकवरी और डिजिटल प्रचार रणनीति पर जोर दिया। भारत में पर्यटन के व्यापक आर्थिक योगदान को भी रेखांकित किया।
भारत के डोमेस्टिक टूरिज्म की ताकत बेजोड़ : केंद्रीय मंत्री शेखावत
नई दिल्ली : केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में कहा कि भारत के डोमेस्टिक टूरिज्म की ताकत बेजोड़ है। उन्होंने घरेलू पर्यटन के महत्व और इसकी तुलना अंतरराष्ट्रीय पर्यटन से करते हुए कहा कि केवल एक दृष्टि विशेष से सेक्टर का मूल्यांकन करना उचित नहीं होगा।
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का राज्यसभा में बयान

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में कहा कि भारत के डोमेस्टिक टूरिज्म की ताकत बेजोड़ है। 4 करोड़ यात्री थाईलैंड में गए होंगे, लेकिन अकेले अयोध्या के मंदिर के अभी आंकड़े आए थे, 8 करोड़ यात्रियों ने जाकर के अयोध्या में दर्शन किया। अगर मैं अकेले कुंभ की चर्चा करूं तो पिछले कुंभ के समय में 66 करोड़ लोगों ने जाकर स्नान किया। उन्होंने कहा कि हम केवल एक दृष्टि विशेष से देखेंगे तो मुझे लगता है कि हम सेक्टर के साथ में न्याय नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के सवाल पर शेखावत का जवाब

गुरुवार को राज्यसभा के प्रश्नकाल में पर्यटन क्षेत्र की स्थिति, रोजगार में कथित गिरावट और प्रचार बजट में भारी कटौती को लेकर पूछे कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि सदस्य द्वारा प्रस्तुत रोजगार के आंकड़ों का स्रोत स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र विकेन्द्रित रूप में काम करता है, इसलिए किसी संख्या को संदर्भ से अलग करके देखने से वास्तविक स्थिति स्पष्ट नहीं होती।
शेखावत ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान पर्यटन क्षेत्र को निश्चित रूप से भारी नुकसान पहुंचा था, लेकिन भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जिसने महामारी के बाद सबसे तेज रिकवरी हासिल की है। भारत ने लगभग वर्ष 2019 के प्री-कोविड बेंचमार्क को पुनः प्राप्त कर लिया है, जबकि दुनिया के कई विकसित देश अब भी अपनी पुरानी स्थिति तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
विदेशी सैलानियों से लगभग दो लाख तीन हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा प्राप्त : शेखावत

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पिछले एक वर्ष में भारत में दो करोड़ से अधिक विदेशी सैलानी आए, जिससे देश को लगभग दो लाख तीन हजार करोड़ रुपए (33 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई। उन्होंने इसे भारत के पर्यटन क्षेत्र की मजबूती का स्पष्ट संकेत बताया। उन्होंने कहा कि केवल अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आधार पर भारत के पर्यटन उद्योग का मूल्यांकन करना उचित नहीं है, क्योंकि भारत का पर्यटन मॉडल मुख्यतः घरेलू यात्रियों पर आधारित है, जिसकी तुलना किसी भी देश से नहीं की जा सकती।
बजट कटौती के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री शेखावत का बयान
बजट कटौती के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि यह कटौती दरअसल प्रचार के तरीके में किए गए बदलाव का परिणाम है। आज डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया, इन्फ्लुएंसर नेटवर्क और जी-20 के बाद उभरी वैश्विक ब्रांडिंग के माध्यम से कहीं कम लागत में अधिक प्रभावी प्रचार संभव है। इसलिए मंत्रालय ने अपनी रणनीति को डिजिटल-प्रमुख बनाते हुए पारंपरिक विज्ञापन मॉडल पर व्यय कम किया है। यह कटौती प्रचार में कमी का संकेत नहीं, बल्कि व्यय के अधिक स्मार्ट और लक्ष्योन्मुख उपयोग का उदाहरण है।
तमिलनाडु और तेलंगाना को लेकर पूछे गए प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री शेखावत का जवाब
तमिलनाडु और तेलंगाना को लेकर पूछे गए प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि सांस्कृतिक विविधता भारत की सबसे बड़ी पहचान है और केंद्र सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक राज्य अपनी विशिष्ट विरासत के आधार पर पर्यटन को आर्थिक वृद्धि का इंजन बना सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र केवल होटलों या एयरलाइनों तक सीमित नहीं, बल्कि होमस्टे, हस्तशिल्प, लोककला, परिवहन, खानपान, धार्मिक आयोजनों और स्थानीय बाजारों से लेकर हजारों प्रकार के रोजगार उत्पन्न करता है। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2047 तक पर्यटन क्षेत्र भारत के जीडीपी में कम से कम 10 प्रतिशत योगदान करे और 10 करोड़ से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित हों।
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