Indigo News: 168 यात्रियों वाली इंडिगो फ्लाइट की आपात लैंडिंग: पायलट ने दी मेडे कॉल
इंडिगो की गुवाहाटी से चेन्नई जा रहे विमान की आपातकालीन लैंडिंग करवाई गई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।साथ ही उन्होंने बताया कि पायलटों ने इमरजेंसी लैंडिंग से पहले मेडे कॉल की थी।

विमान में इस दौरान 168 यात्री सवार थे. यह घटना लंदन जाने वाली एयर इंडिया ड्रीमलाइनर फ्लाइट के अहमदाबाद में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद क्रैश होने के ठीक एक सप्ताह बाद हुई है।अहमदाबाद विमान हादसे से कुछ सेकेंड पहले ही पायलट ने मेडे कॉल किया था। इंडिगो विमान की इमरजेंसी लैंडिंग की यह घटना गुरुवार की है। इस घटना के बाद पायलटों को हटा दिया गया है। इंडिगो विमान में ईंधन की गंभीर कमी थी। जिसके बाद उसकी बेंगलुरु में सुरक्षित लैंडिंग करवाई गई।
गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-6764 (A321) गुरुवार शाम 4:40 बजे गुवाहाटी से रवाना हुई थी और उसमें 168 यात्री सवार थे। पायलट और क्रू मेंबर को मिलाकर कुल 180 लोग थे। TOI के मुताबिक यह घटना तब हुई जब विमान शाम 7:45 बजे चेन्नई एयरपोर्ट पर उतरने ही वाला था। विमान का लैंडिंग गियर रनवे को छू चुका था, लेकिन उस वक्त पायलट ने अचानक फैसला लिया कि विमान को उतारा नहीं जाएगा और ‘बॉक्ड लैंडिंग’ (balked landing) की प्रक्रिया अपनाते हुए उसे फिर से ऊपर उठा लिया।
पायलट ने मेडे कॉल किया
बेंगलुरु एयरपोर्ट से लगभग 35 मील दूर पायलट ने ‘मेडे’ कॉल किया, जिससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सतर्क हो गया। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, तुरंत मेडिकल और फायर सर्विस की टीमें तैनात कर दी गईं। विमान को रात 8:20 बजे सुरक्षित रूप से लैंड कराया गया। एक यात्री ने बताया कि विमान के अचानक ऊपर उठने से कई लोग डर गए थे। इस दौरान एक सूत्र ने बताया कि ‘गो अराउंड’ के बाद विमान में अनिवार्य न्यूनतम डायवर्जन ईंधन भी मौजूद नहीं था। इसका मतलब था कि आपात स्थिति में विमान को दूसरे स्थान पर सुरक्षित उतारने के लिए जरूरी ईंधन की भी कमी हो चुकी थी। हालांकि इंडिगो एयरलाइन ने इस बात की पुष्टि नहीं की कि पायलट ने ‘मेडे’ कॉल किया था।
इंडिगो ने किया ये दावा
इंडिगो का कहना है कि फ्लाइट को चेन्नै एयरपोर्ट पर ट्रैफिक के कारण डायवर्ट किया गया, लेकिन चेन्नै ATC ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उस समय एयरपोर्ट पर कोई ट्रैफिक नहीं था। इस घटना के बाद दोनों पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है। हालांकि इंडिगो ने अब तक आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है।
मेडे कॉल क्या है ?
एक मेडे कॉल एक इमरजेंसी सिग्नल है। इसका इस्तेमाल जान बचाने के लिए किया जाता है। खासकर हवाई जहाज और समुद्री जहाजों में इसका उपयोग होता है। आग लगने या पुलिस कार्रवाई के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इमरजेंसी के समय, ‘मेडे मेडे मेडे’ तीन बार लगातार बोला जाता है। यह कॉल बाकी संदेशों से अलग होती है। अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिस्ट्रेशन (FAA) के अनुसार, इसका एक पहले से तय किया गया फॉर्मेट है। इस फॉर्मेट में मेडे कॉल,संबंधित स्टेशन का नाम, जिस विमान को कॉल किया उसका साइन, इमरजेंसी किस तरह की है, मौसम कैसा है, पायलट की मांग क्या है, हालात, ऊंचाई कितनी है, ईंधन कितना है और यात्रियों की संख्या से जुड़ी जानकारी शामिल होती है।