Kedarnath Helicopter Crash : केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे के बाद सरकार का बड़ा एक्शन: आर्यन एविएशन का संचालन निलंबित, दो पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड
केदारनाथ धाम के समीप रविवार सुबह एक बड़े हेलीकॉप्टर हादसे में सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस दुर्घटना के बाद केंद्र सरकार और नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सख्त कदम उठाते हुए।

आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के चारधाम यात्रा से जुड़े संचालन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह हादसा उस समय हुआ जब आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी से केदारनाथ और फिर वापसी के दौरान खराब मौसम के कारण गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में आग लग गई, जिससे सभी सवारों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में पांच यात्री, एक शिशु, और एक पायलट शामिल हैं।
DGCA और मंत्रालय की सख्ती
DGCA ने ट्रांसभारत एविएशन के दो पायलटों — योगेश ग्रेवाल और जितेंद्र हरजाई — के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिए हैं। इन दोनों पायलटों को अनुचित मौसम में उड़ान भरते हुए पाया गया था।
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि हादसा संभवतः Controlled Flight Into Terrain (CFIT) का मामला हो सकता है, यानी विमान नियंत्रित अवस्था में उड़ते हुए किसी भूभाग या वस्तु से टकरा गया।इस मामले की विस्तृत जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जाएगी।
हेलीकॉप्टर सेवाओं पर रोक:
राज्य सरकार ने 15 और 16 जून को सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाएं स्थगित कर दी हैं। साथ ही, DGCA ने केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर गतिविधियों की निगरानी के लिए अधिकारियों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
भविष्य की तैयारी
इस हादसे ने फिर से चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा, मौसम की स्थिति में उड़ानों की अनुमति, और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार अब इन सेवाओं के लिए और कड़े दिशा-निर्देश लाने की तैयारी कर रही है।
मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना
सरकार ने हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। मृतकों की पहचान की जा रही है और पार्थिव शरीरों को उनके परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है।