UP Ayodhya Ram Navami 2025: रामनवमी पर पहली बार रामलला को सूर्य तिलक मिला: अयोध्या धाम में जन्मोत्सव का भव्य आयोजन
आज रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला का जन्म दोपहर 12 बजे विधि-विधान से मनाया गया।

इस शुभ घड़ी में पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और आस्था का वातावरण बना रहा। रामलला का अभिजीत मुहूर्त में सूर्य अभिषेक भी संपन्न हुआ। जिसमें करीब 4 मिनट तक भगवान रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणें पड़ीं।
यह सूर्य तिलक एक विशेष वैज्ञानिक तकनीक से संभव हुआ, जिसमें मंदिर के गर्भगृह तक सूर्य की किरणें पहुंचाने के लिए अष्टधातु से बने एक विशेष पाइप सिस्टम का उपयोग किया गया। इस सिस्टम में 4 लेंस और 4 मिरर लगाए गए थे। जिनकी सहायता से सूर्य की सीधी किरणें रामलला के मस्तक तक पहुंचाईं गईं।
सूर्य तिलक की प्रक्रिया से ठीक पहले कुछ समय के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए गए और गर्भगृह की कृत्रिम रोशनी को बंद कर दिया गया, ताकि सूर्य की स्वाभाविक किरणें ही सीधे भगवान के मस्तक पर पड़ सकें। सूर्य तिलक के बाद भव्य आरती की गई और मंदिर परिसर “जय श्रीराम” के जयकारों से गूंज उठा।

पूरे आयोजन को देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और टीवी-डिजिटल माध्यमों से करोड़ों लोगों ने इस ऐतिहासिक दृश्य को देखा। यह पहला अवसर था जब श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामनवमी पर रामलला को सूर्य तिलक किया गया।
इस तरह हुआ सूर्य तिलक
मंदिर के ऊपरी हिस्से पर लगे दर्पण पर सूर्य की किरणें गिरीं। यहां से परावर्तित होकर पीतल के पाइप में पहुंचीं। पाइप में लगे दर्पण से टकराकर किरणें 90 डिग्री कोण में बदल गईं। लंबवत पीतल के पाइप में लगे तीन लेंसों से किरणें आगे बढ़ते हुए गर्भगृह में लगे दर्पण से टकराईं। यहां से 90 डिग्री का कोण बनाकर 75 मिलीमीटर टीके के रूप में रामलला के ललाट को सुशोभित किया।
अब तक 5 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। राम जन्मभूमि परिसर में लंबी लाइनें लगी हैं। राम मंदिर के बाहर एक किमी की लाइन लगी है। इससे पहले सुबह 9.30 बजे रामलला को पंचामृत से स्नान कराके शृंगार किया गया।
रेलवे स्टेशन बस स्टेशन पर हाउसफुल जैसे हालात हैं। गर्मी को देखते हुए राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और राम जन्मभूमि पथ पर श्रद्धालुओं के लिए रेड कारपेट बिछवाई गई। ड्रोन से श्रद्धालुओं पर सरयू जल छिड़का जा रहा है। जगह-जगह शेड बनवाए गए हैं।
पहली बार तैयारी है कि दीपोत्सव भी मनाया जाएगा। सरयू घाटों पर 2 लाख दीप जलाएंगे। सुरक्षा को देखते हुए मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए AI तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। 1000 से ज्यादा CCTV से मॉनिटरिंग हो रही है। ड्रोन से निगरानी का ट्रायल भी हो चुका है।
राम मंदिर की देखे तस्वीरें ……………..




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