Rajasthan News Update: राजस्थान का पहला सेक्स सॉर्टेड सीमन बैंक बस्सी में शुरू: पशुपालन में आएगा बड़ा बदलाव
जयपुर राजस्थान में पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश का पहला सेक्स सॉर्टेड सीमन बैंक सोमवार से जयपुर जिले के बस्सी में शुरू किया जाएगा।

इस तकनीक से बेहतर नस्ल की मादा बछड़ों के जन्म की संभावना 90% तक बढ़ेगी, जिससे दूध उत्पादन और पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। साथ ही नर पशुओं की संख्या को नियंत्रित कर आवारा पशुओं की समस्या पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा।
यह सुविधा नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) और राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (RCDF) के सहयोग से शुरू की जा रही है। बस्सी में 1977 से संचालित फ्रोजन सीमन बैंक में ही यह अत्याधुनिक लैब स्थापित की गई है। इसमें अमेरिका से लाई गई NDDB की दो आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं, जिनका ट्रायल आज किया जाएगा। पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत सोमवार को इसका उद्घाटन करेंगे।
123 सांडों से तैयार हो रहे कन्वेंशनल सीमन डोज
कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि फिलहाल बस्सी में 123 सांडों से कन्वेंशनल सीमन डोज तैयार किए जाते हैं। राजस्थान का दूसरा सीमन बैंक जोधपुर में है, जहां सालाना करीब 12 लाख कन्वेंशनल डोज बनाए जाते हैं। नई तकनीक से न केवल राज्य की मांग पूरी होगी, बल्कि अन्य राज्यों को भी सेक्स सॉर्टेड डोज उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
सात नस्लों का सीमन तैयार होगा
लैब में नई तकनीक से भैंस की मुर्रा नस्ल, गाय की विदेशी नस्ल हॉलस्टियन फ्रोजियन (एचएफ), क्रॉसब्रिड हॉलस्टियन फ्रोजियन (सीबीएचएफ), और देशी नस्लें गिर, साहीवाल, थारपारकर व राठी के सेक्स सोर्टेड डोज तैयार किए जाएंगे। इससे पशुपालकों को बेहतर नस्ल के मादा बछड़े मिलने की संभावना बढ़ेगी, जिससे दूध उत्पादन और आय में वृद्धि होगी।
क्या है सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक?
सेक्स सॉर्टेड सीमन एक आधुनिक जैविक तकनीक है, जिसमें वीर्य से नर (Y क्रोमोसोम) और मादा (X क्रोमोसोम) शुक्राणुओं को DNA की मात्रा के आधार पर अलग किया जाता है। इसके बाद केवल मादा शुक्राणु वाले सीमेन को कृत्रिम गर्भाधान के लिए उपयोग में लिया जाता है।
इस तकनीक से मादा बछिया जन्म लेने की संभावना 90% से अधिक होती है, जबकि सामान्य सीमेन में यह संभावना लगभग 50% होती है। इससे नर पशुओं की संख्या नियंत्रण में रहेगी और आवारा पशुओं की समस्या को भी कम किया जा सकेगा।
पशुपालन और राज्य की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
राजस्थान की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का योगदान लगभग 10% है। कृषि एवं पशुपालन मिलकर राज्य की जीडीपी में 22% योगदान करते हैं। दूध उत्पादन में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है। ऐसे में सेक्स सॉर्टेड सीमन लैब की स्थापना को नस्ल सुधार कार्यक्रम और पशुपालन क्षेत्र में एक अहम उपलब्धि माना जा रहा है।
पशुपालकों को कहां से मिलेगा सेक्स सॉर्टेड सीमेन?
पशुपालक अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय या सीमन स्टेशन से यह डोज प्राप्त कर सकेंगे। इसके उपयोग से उन्हें आर्थिक रूप से लाभ होगा और राज्य के डेयरी सेक्टर को मजबूती मिलेगी।

