The Second Phase of Free Lease Distribution Will Be Held in January: जनवरी माह में होगा निशुल्क पट्टा वितरण का दूसरा चरण: हरियालो राजस्थान अभियान में मृत पौधों की जगह 7.29 लाख पौधे नए लगाए
विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध घुमंतु,आवास विहीन व्यक्तियों को भूखंड आवासीय पट्टा देने की पहल करने वाले देश के एकमात्र राज्य राजस्थान के पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने घोषणा की है कि गत 2 अक्टूबर 2024 को पट्टा प्राप्त करने से वंचित रहे विमुक्त,घुमंतू एवं अर्ध घुमंतू जाति के आवासहीन लोगों को बसंत पंचमी के आसपास निशुल्क आवासीय पट्टा दिया जाएगा।
पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने बताया कि राज्य भर में विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध घुमंतु वर्ग के 123757 परिवार चिन्हित किए गए थे जिनमें से 49546 परिवारों के पास पूर्व में पट्टे हैं। शेष 51078 आवासहीन परिवारों को चिन्हित कर पट्टा वितरण किया गया था।
2 अक्टूबर 2024 को माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के द्वारा 17156 परिवारों को राज्य भर में एक साथ पट्टे वितरित किए गए थे। अभियान के दौरान वंचित रहे शेष पात्र लोगों को सरकार द्वारा जनवरी/फरवरी में पट्टे वितरित किए जाएंगे।
हरियालो राजस्थान 82.49%सफल: शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री ने बताया कि 7 अगस्त 2024 को आयोजित हरियालो राजस्थान अभियान में पंचायती राज एवं शिक्षा विभाग द्वारा किए गए वृक्षारोपण का सफलता प्रतिशत 82.49% प्रतिशत रहा जो की एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। श्री दिलावर ने बताया कि अब तक सबसे ज्यादा जीवित पौधों वाले जिलों मे गंगानगर 99%,राजसमंद 98%, झुंझुनू, 96%, डीडवाना 95%, नागौर 95 प्रतिशत तथा कोटपूतली बहरोड 94% सफलता के साथ प्रदेश में अव्वल रहे जिले है।
कम जीवित पौधे प्रतिशत वाले जिलों में करौली 44%,सलूंबर 54%,बीकानेर 62%,गंगापुर सिटी 64% तथा डीग 67% जीवित पौधे वाले जिले हैं। मंत्री श्री दिलावर ने बताया कि हरियालो राजस्थान ( एक पेड़ मां के नाम) अभियान के तहत लगाए गए सभी पौधों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।जहां पौधे नष्ट हो गए हैं वहां मृत पौधों के विरुद्ध नए पौधे लगाए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक मृत पौधों के स्थान पर लगाए गए पौधों की कुल संख्या 7.29 लाख है। इनमें टोंक में 0.70 लाख,पाली में 0.65 लाख, बूंदी में 0.55, लाख कोटा में 0.50 लाख तथा जयपुर में 0.48 लाख नए पौधे लगाए गए हैं।
मंत्री ने बताया कि हरियालो राजस्थान वृक्षारोपण अभियान( एक पेड़ मां के नाम) में शिक्षा विभाग द्वारा कुल 2 करोड़ 55 लाख 19 हजार,नरेगा द्वारा 86 लाख 33, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा 10 लाख 20 हजार तथा वाटरशेड द्वारा 5 लाख 91 हजार पौधे लगाए गए थे जिनका कुल योग 3 करोड़ 57 लाख 64 हजार पौधे है। इनमें से अब तक जीवित पौधों की संख्या 2 करोड़ 95 लाख 01 हजार है। जो कि 82.49% है। जबकि मृत पौधों की संख्या 62 लाख 63 हजार है।