Foundation Day Of Assam, Jharkhand And Nagaland: राजभवन में झारखंड, नागालैंड और असम का स्थापना दिवस समारोह आयोजित: “विविधता में एकता हमारी संस्कृति की पहचान” – राज्यपाल
जयपुर में आज 2 दिसंबर को राजभवन में झारखंड, नागालैंड और असम के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। राज्यपाल ने इन राज्यों के निवासियों का राजभवन में स्वागत करते हुए “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को प्रबल करने की अपील की।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि राजभवन में राज्यों का स्थापना दिवस मनाने का उद्देश्य “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की अवधारणा को साकार करना है। उन्होंने झारखंड, नागालैंड और असम की समृद्ध संस्कृति, कला और ऐतिहासिक धरोहरों पर प्रकाश डाला।
झारखंड: आदिवासी गौरव का प्रतीक
राज्यपाल ने झारखंड की चर्चा करते हुए आदिवासी नेता धरती आबा बिरसा मुंडा के संघर्ष और योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि झारखंड आदिवासी धरोहर का प्रमुख केंद्र है। जिसने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नागालैंड और असम की सांस्कृतिक विशिष्टता
नागालैंड के इतिहास और असम की सांस्कृतिक विविधता पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने इन राज्यों की कला और परंपराओं से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नागालैंड और असम की सांस्कृतिक धरोहर पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
“विविधता में एकता” की मिसाल
राज्यपाल ने कहा कि स्थापना दिवस समारोह के जरिए हम विभिन्न संस्कृतियों की निकटता और एकता का अनुभव करते हैं। यही भारत की असली ताकत है। उन्होंने सभी राज्यों के निवासियों से संवाद करते हुए राजस्थान के विकास में उनके योगदान का भी आह्वान किया।
समारोह में प्रमुख अधिकारी उपस्थित
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वी राज और प्रमुख विशेषाधिकारी श्री राजकुमार सागर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं। जो इन राज्यों की विविधता को दर्शाती हैं।