The Book Self Discovery: ‘स्वयं की खोज‘ पुस्तक का हुआ विमोचन: भौतिकता से आध्यात्मिकता की ओर मार्गदर्शन
राम की नगरी अयोध्या में एक खास अवसर पर ‘स्वयं की खोज'(‘Self Discovery’) पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक के लेखक राजस्थान के वेदांग गुरुकुलम प्रचारक चेतनानंद जी हैं। जिनकी इस कृति में भौतिकता से आध्यात्मिकता की ओर मार्गदर्शन मिलता है।
भौतिकता से परे अलौकिक और आत्मिक खोज की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती पुस्तक ‘स्वयं की खोज'(‘Self Discovery’) का विमोचन समारोह प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया (Press Club of India) में आयोजित किया गया। विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि महामण्डलेश्वर राष्ट्रीय प्रवक्ता अखाड़ा परिषद नवलकिशोर दास महाराज, विष्णुदास महाराज, आरएसएस प्रचारक दिनेश सिंह भाटी, कांग्रेस नेत्री गायत्री देवी के साथ ही कई गणमान्य और बुद्धिजीवी व्यक्ति भी शामिल रहे। सभी अतिथियों ने पुस्तक के विषय पर विस्तार से चर्चा की और इसकी सकारात्मक प्रभावशीलता की सराहना की।
पुस्तक के लेखक चेतनानंद ने इस अवसर पर अपनी विचारधारा और जीवन के गहरे अनुभवों को साझा किया, जो पाठकों को आत्मप्रेरणा देंगे। “स्वयं की खोज” (‘Self Discovery’) पुस्तक में आत्मबोध ध्यान और उच्च चेतना की अवधारणाओं को सरल और सुलभ तरीके से समझाया गया है। लेखक ने यह भी बताया कि कैसे एक व्यक्ति भौतिक संसार से बाहर जाकर आत्मिक शांति और संतुलन प्राप्त कर सकता है।
इस पुस्तक में स्वयं की खोज यात्रा को गहराई से समझाया गया है। जो पाठकों को अपने आंतरिक संसार से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगी। पुस्तक का विमोचन इस समय की आवश्यकता को दर्शाता है। जब समाज में आत्मिक जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। “स्वयं की खोज”(‘Self Discovery’) पुस्तक एक प्रेरणा बनकर पाठकों को आत्मबोध और शांति की ओर मार्गदर्शन करेगी।