jaipur food department: जयपुर में “शुद्ध से युद्ध” अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग ने दर्ज किया बड़ा रिकॉर्ड: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में मिली जगह
दीपावली से पहले खाद्य सुरक्षा और औषधि नियंत्रण विभाग ने “शुद्ध से युद्ध” अभियान के तहत प्रदेशभर में मिलावटखोरी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की।
इस अभियान में विभाग ने 3044 स्थानों का निरीक्षण किया और 2542 से अधिक खाद्य नमूनों की जांच की। परिणामस्वरूप, विभाग ने 1 लाख 54 हजार 532 किलो मिलावटी खाद्य पदार्थों को नष्ट किया और दूध, घी, तेल, मिठाइयां, मसाले, ड्रिंकिंग वॉटर तथा नकली सरसों अचार जैसे मिलावटी उत्पादों को सीज किया।
दवाओं और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच
इस अभियान के दौरान लिए गए नमूनों की लैब परीक्षण में कई खाद्य पदार्थ मिलावटी पाए गए, जिनमें प्रमुख रूप से खाद्य तेल, दूध, मिठाइयां और मसाले शामिल थे। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इन सभी मिलावटी उत्पादों को सीज करने और नष्ट करने की कार्रवाई की जिससे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकी।
अत्यधिक प्रभावशाली कार्रवाई
अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में जयपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, गंगानगर, पाली, धौलपुर, बाड़मेर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में अभियान चलाया गया। विभाग ने इस दौरान एक रिकॉर्ड संख्या में निरीक्षण किए और मिलावटी उत्पादों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई की।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान
इस अभियान की सफलता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा और औषधि नियंत्रण विभाग को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी स्थान मिला। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। जो विभाग की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।
लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा
“शुद्ध से युद्ध” अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेशवासियों को मिलावटी और हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचाना था। अभियान ने खाद्य सुरक्षा के मामले में जागरूकता बढ़ाने के साथ ही यह संदेश भी दिया कि मिलावटी उत्पादों की बिक्री को लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य सुरक्षा विभाग के इस कदम से जहां उपभोक्ताओं को स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य सामग्री मिल सकेगी। वहीं यह अभियान अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है।