Ratan Tata Dog Tito News: रतन टाटा की वसीयत का हो गया खुलासा: पेटडॉग टीटो बना अरबो संपत्ति का मालिक
रतन टाटा की वसीयत का खुलासा हो गया है। जिसमें कुछ ऐसे नाम शामिल हैं जो बेहद चौंकाने वाले हैं। आप को बता दे की उनकी वसीयत में उनके पालतू डॉग का भी नाम शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रतन टाटा ने अपनी वसीयत में पेट डॉग टीटो का नाम भी शामिल किया है।
इसके अलावा रतन टाटा ने अपनी वसीयत में जर्मन शेफर्ड कुत्ते टीटो की आजीवन देखभाल सुनिश्चित की है। टीटो को रतन टाटा ने करीब पांच-छह साल पहले गोद लिया था। टाटा के बाद अब उसकी देखभाल उनके रसोइए राजन शॉ करेंगे। वसीयत में टाटा के बटलर सुब्बैया के लिए भी प्रावधान किया गया है।
रतन टाटा छह साल पहले अपने पुराने कुत्ते की मृत्यु के बाद टीटो को घर लेकर आए थे। टीटो अब उनके लंबे समय से कुक रहे राजन शॉ के पास रहेगा और वहीं उसका केयर करेंगे। रतन टाटा कुत्तों से बेहद प्यार करते थे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमेशा वे आवारा कुत्तों के साथ लोगों से सहानुभुति दिखाने की अपील करते थे।और ऐसे कुत्तों के वेलफेयर की वकालत करते थे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रतन टाटा की 10,000 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का अनुमान है। उन्होंने अपने वसीयत में अलग अलग लाभार्थियों को संपत्ति बांटकर कर गए हैं। जिसमें उनके फाउंडेशन, भाई जिम्मी टाटा, सौतेली बहनें शिरीन और डीना जेजीभॉय और घरेलू स्टॉफ मेंबर्स शामिल हैं। वे अपने बटलर सुब्बैया के लिए भी वसीयत में व्यवस्था कर गए हैं। सुब्बैया के साथ पिछले तीन दशकों से उनके घनिष्ठ संबंध रहे हैं। रतन टाटा के वसीहत में शांतनु नायडु का भी नाम है जो उनके एग्जीक्यूटिव एसिसटेंट रहे हैं। उन्होंने नायडू के वेंचर गुडफेलोज में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी है। साथ ही विदेश में शांतनु नायडू के शैक्षिक खर्चों को भी भरा है।