Rajasthan Govt: Isarda Dam परियोजना पर ग्रामवासियों के मुआवजे पर बड़ा घोटाला लेकिन सरकार की आँखे बंद।
उनियारा: उनियारा उपखंड के बनेठा में ईसरदा डैम परियोजना के डूब क्षेत्र के किसानों ने वर्तमान डीएलसी रेट के अनुसार मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन ईसरदा डैम डूब क्षेत्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष जमना लाल माली और किसान महापंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी के नेतृत्व में चल रहा हैं।
प्रशासन को धरने की सूचना मिलते ही ईसरदा डेम परियोजना के अधिकारी, तहसीलदार प्रवीण सैनी, और बनेठा थाना प्रभारी राम गिलास गुर्जर मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत करने का प्रयास किया। किसानों का आरोप है कि पूर्व में हुए समझौते पर कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। सरकार द्वारा हमारे मुआवजे पर कोई क़दम नहीं उठाया जा रहा हैं।
युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी ने बताया कि पहले धरने में जिला कलेक्टर टोंक से वार्ता हुई थी, जिसमें 258.50 आर एल मीटर तक मुआवजा, विस्थापित परिवारों को मूलभूत सुविधाएं, भूमिगत परिसंपत्तियों का मुआवजा, धारा-19 और अवार्ड जारी करने पर सहमति बनी थीं लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति नाराजगी हैं।
धरना स्थल पर अधिकारियों की समझाइश का प्रयास विफल रहा और किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। प्रशासन की लापरवाही से किसानों और ग्रामवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की लापरवाही लोगो के लिए परेशानी बन गई है। प्रशासन की इन्ही लापरवाही से क्षेत्र और राज्य का विकास धीरे होता है। सरकार को इस मामले पर सख्त से सख्त क़दम उठाना चाहिए नही तो आगे भी लोगों का सरकारी परियोजनाओं को समर्थन नही मिलेगा ।