Surinder Kumar Choudhary: जम्मू-कश्मीर के नए डिप्टी सीएम, राजनीतिक इतिहास
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद नई सरकार का गठन हुआ है, जिसमें उमर अब्दुल्ला दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने 16 अक्टूबर 2024 को पदभार संभाला। इस अवसर पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुरिंदर कुमार चौधरी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सुरिंदर कुमार चौधरी की जीत
सुरिंदर कुमार चौधरी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रमुख रविंद्र रैना को नौशेरा सीट से हराया। चौधरी को 35,069 वोट मिले, जबकि रैना को 27,250 वोट मिले, जिससे चौधरी ने 7,819 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। यह जीत उनके लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि 2014 में रैना ने इसी सीट से चौधरी को 10,000 वोटों से हराया था।
कांग्रेस का समर्थन
इस नई सरकार में कांग्रेस पार्टी शामिल नहीं हुई है, लेकिन उसने उमर अब्दुल्ला को बाहर से समर्थन देने का निर्णय लिया है। यह गठबंधन चुनाव में सफल रहा था, जिससे जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की सरकार बनी है।
सुरिंदर कुमार चौधरी का राजनीतिक इतिहास
56 वर्षीय सुरिंदर कुमार चौधरी के पास लगभग 2.3 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो मुख्यतः विधायक की पेंशन और किराए से आती है। उन्होंने 1987 में जम्मू-कश्मीर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की। चौधरी ने पिछले वर्ष जुलाई में भाजपा से इस्तीफा देकर नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने का फैसला किया था। इससे पहले, वे एक साल तक भाजपा में रहे और मार्च 2022 में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
इस तरह, सुरिंदर कुमार चौधरी का चुनाव और उनकी नई जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।