भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ता और जन सुनवाई प्रणाली से सरकार की जनसेवा प्रतिबद्धता और मजबूत हुई
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भाजपा कार्यालय जयपुर में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और राज्य मंत्री मंजू बाघमार ने कार्यकर्ता सुनवाई की। सरकार ने जन सुनवाई और कार्यकर्ता संवाद को सुचारू रखते हुए पारदर्शिता और त्वरित समाधान की प्रक्रिया को मजबूत किया है। अगली सुनवाई 8 दिसंबर को होगी।
भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई से सरकार का जन–समर्पण फिर सिद्ध
जयपुर : भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और राज्य मंत्री मंजू बाघमार ने कार्यकर्ता सुनवाई की। इस सुनवाई के दौरान प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं ने विभिन्न विभागों से संबंधित मामलों को मंत्रियों के समक्ष रखा। कार्यकर्ताओं ने सरकार की सार्वजनिक समस्याओं के त्वरित निस्तारण के प्रयासों की सराहना की, जबकि मंत्रियों ने भजनलाल सरकार की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।
गजेंद्र सिंह खींवसर: 100 से अधिक प्रकरणों पर हुई कार्रवाई

चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि बुधवार की कार्यकर्ता सुनवाई में लगभग 100 से अधिक प्रकरण प्रस्तुत हुए, जिनकी विस्तार से समीक्षा की गई और आवश्यक होने पर तत्काल कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यालय में मंत्रियों के लिए विभागवार दिवस निर्धारित किए गए हैं, जिनमें वे कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनकर समाधान की दिशा में कदम उठाते हैं। यह प्रक्रिया कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी स्तर पर सुगमता प्रदान करती है, ताकि वे अपनी समस्याओं का निराकरण सीधे विभागीय मंत्रियों से करवा सकें।
मंत्री खींवसर ने स्पष्ट किया कि यह सुनवाई केवल पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं है। प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सप्ताह के सोमवार, मंगलवार और बुधवार को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक कोई भी नागरिक मंत्रियों के आवास पर प्रत्यक्ष रूप से मिलकर अपनी समस्या प्रस्तुत कर सकता है। यह जन–सुनवाई पूरी तरह पारदर्शी है और आम जनता तथा कार्यकर्ताओं दोनों के लिए समान रूप से उपलब्ध है।
मंजू बाघमार: कार्यकर्ता सुनवाई व्यवस्था सरकार की सकारात्मक पहल
राज्यमंत्री मंजू बाघमार ने कहा कि भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई व्यवस्था करना सरकार का सकारात्मक और जन–केंद्रित कदम है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया ने जनता और कार्यकर्ताओं में सरकार के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।
बाघमार ने बताया कि पार्टी कार्यालय में आने वाले कार्यकर्ता अपनी समस्याएं पूरी आशा और विश्वास के साथ प्रस्तुत करते हैं और अधिकांश मामलों का त्वरित समाधान भी किया जाता है। यह व्यवस्था मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की दिशा में एक बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सप्ताह के निर्धारित दिनों में मंत्रियों द्वारा की जाने वाली जन–सुनवाई को भी समान रूप से महत्व देती है, जिससे आम जनता को नियमित और प्रभावी समाधान प्राप्त हो सके।
डॉ. मिथिलेश गौतम: 8 दिसंबर को होगी अगली कार्यकर्ता सुनवाई
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष छगन माहुर और महामंत्री डॉ. मिथिलेश गौतम ने बताया कि कार्यकर्ता सुनवाई की अगली बैठक 8 दिसंबर, सोमवार को होगी। इस दिन उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की समस्याएँ सुनेंगे।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा तथा महामंत्री कैलाश मेघवाल भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह सुनवाई पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी समस्याओं को उच्च स्तर पर सुना जाता है और विभागीय कार्रवाई भी प्राथमिकता से होती है।
सुनवाई प्रक्रिया के लिए अनुशंसा अनिवार्य

प्रक्रिया की पारदर्शिता को बनाए रखने हेतु यह आवश्यक किया गया है कि कार्यकर्ता अपनी समस्या को मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी या प्रदेश पदाधिकारी की अनुशंसा के साथ ही प्रस्तुत करें। इस व्यवस्था का उद्देश्य सुनवाई में अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित करना और वास्तविक व गंभीर शिकायतों को प्राथमिकता देना है।
भाजपा सरकार की जन–केन्द्रित नीति का प्रतीक
भाजपा की कार्यकर्ता सुनवाई और मंत्रियों के आवास पर जन–सुनवाई को मिलाकर देखें तो यह स्पष्ट होता है कि भजनलाल सरकार जन–सेवा पर गंभीर और प्रतिबद्ध है। यह व्यवस्था न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता को मजबूत करती है, बल्कि पार्टी संगठन और आम जनता दोनों के लिए सहज संवाद का माध्यम भी बनती है।
सरकार द्वारा की गई यह पहल भाजपा संगठन को अधिक संवेदनशील, जवाबदेह और जन–हितैषी दिशा में आगे ले जा रही है।
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