Muzaffarpur: आख़िरकार घरो की छत पर पत्थर कहा से आ रहे: डर के साए में जी रहे लोग
इस क्षेत्र में यह घटना पिछले करीब डेढ़ महीने से रोजाना घट रही है. पत्थर बरसने की पूरी घटना पर स्थानीय महिलाओं का कहना है कि यह काम कोई और नहीं बल्कि चुड़ैल करती है. जय प्रकाश नगर की नवीन विद्या निकेतन स्कूल के पास वाली गली में पिछले डेढ़ महीने से पत्थर बरस रहे हैं. रोजाना बड़ी संख्या में पत्थर लोगों की छत गिरते है।
डर के साए में जी रहे लोग
पत्थर बरसने से लोग सहमे हुए रहते हैं। पत्थर बरसना यहां की पहेली बनकर रह गई है। महिलाएं पत्थर बरसाने को भूत चुड़ैल का प्रकोप मान रही हैं। पत्थर सिर्फ घर पर और गली में गिरता है। अब तक किसी इंसान को नहीं लगा है। स्थिति यह है कि शाम होते ही महिलाएं और बच्चे घरों में कैद हो जाते हैं। पत्थर किस दिशा से आता है यह लोग नहीं देख पाते हैं। पत्थर बरसाने से कई घरों के खिड़की के शीशे एस्बेस्टर टूट गए हैं। जय प्रकाश नगर के अमरेंद्र मिश्रा ने बताया की डेढ़ माह से घरों पर पत्थर गिर रहा है। घरों पर पत्थर बरसने की सूचना एसएसपी राकेश कुमार को दी गई तो एसएसपी ने अहियापुर थाने को जांच करने का आदेश दिया।
जय प्रकाश नगर के घरों पर गिरे पत्थर को खुद वहां की महिलाएं घरों में जमा करके रख रही हैं। जय प्रकाश नगर में नवीन विद्या निकेतन स्कूल के सामने गली में हर घर पर बीते डेढ़ माह से रात में पत्थर बरसते हैं। ये पत्थर सिर्फ घर पर और गली में गिरते हैं। हालांकि, अब तक पत्थर किसी इंसान को नहीं लगा है। ये वही पत्थर हैं, जो रेलवे लाइन पर बिछाए जाते हैं। दो से ढाई सौ ग्राम के पत्थर किसी इंसान को लग जाएं तो गंभीर चोट लग सकती है।
मोहल्ले की महिलाओं ने पुलिस को पत्थर दिखाए। पुलिस घरों पर गिरे पत्थर को देख रही थी तभी मोहले के ललन श्रीवास्तव के घर पर पत्थर गिरा। हालांकि पुलिस उसी वक्त तलास की आखिर पत्थर किधर से गिरा पर कोई नहीं मिला। पुलिस भी अचंभित है की पत्थर आ कहां से रहे हैं। घरों पर गिरने वाले पत्थर को कई लोगों ने बोरे में जमा कर रखा है। सभी ने बोरे में जमा पत्थर को पुलिस को दिखाए। हालांकि लोगों को शक है की ऐसा स्मैकिया गिरोह कर रहा है। मोहल्ले के लोगों का कहना है की पुलिस के आने के बाद तीन दिनों तक पत्थर नहीं गिरे। इसके बाद फिर गिरने लगे।
लेकिन अब तक खुलासा नहीं हो पाया की पत्थर कहा से आ रहे है ।