Maharashtra Nashik News: गोला फटने से 2 अग्निवीरों की मौत: ट्रेनिंग के दौरान फटा तोप का गोला
महाराष्ट्र के नासिक में दो अग्निवीर दर्दनाक हादसे में शहीद हो गए. भारतीय सेना के दोनों अग्निवीर हैदराबाद से नासिक के देवलाली में आर्टिलरी स्कूल में प्रशिक्षण के लिए आए थे. प्रशिक्षण के दौरान ये हादसा हुआ है. दरअसल फायरिंग अभ्यास के दौरान तोप का एक गोला अग्निवीर के हाथ में ही फट गया ।
इस मामले में देवलाली कैंप पुलिस में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है। दोनों शहीद अग्निवीरों की पहचान गोहिल विश्वराज सिंह (उम्र 20) और सैफत शित (उम्र 21) के तौर पर हुई है। मामले में आगे की जांच चल रही है।
बताया जा रहा है कि अग्निपथ योजना के तहत देशभर से युवा पिछले साल नासिकरोड स्थित तोपखाना केंद्र (Artillery Center) में बतौर अग्निवीर जॉइन हुए थे।
अग्निपथ योजना क्या है और अग्निवीर कौन होते हैं?
अग्निपथ योजना की घोषणा केंद्र ने जून 2022 में की थी। इस योजना के तहत भर्ती होने वालों को ‘अग्निवीर’ कहा जाता है। सरकार ने कहा है कि रक्षा बलों में चार साल की सेवा के बाद युवाओं के लिए कई नौकरियां और अन्य रास्ते खुले रहेंगे। चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर, 25 फीसदी अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में नियमित कैडर के रूप में रखा जाएगा। बाकी को आगे रोजगार के अवसरों के लिए सहायता मिलेगी। अग्निवीरों को उनके बाहर निकलने पर सेवा निधि पैकेज के रूप में 11.71 लाख रुपये दिए जाएंगे, जो आयकर से मुक्त होंगे। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, असम, ओडिशा और गोवा सरकार ने अग्निवीरों को चार साल की सेवा पूरी करने के बाद सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने का एलान किया है। इसके अलावा विभिन्न केंद्रीय बलों में भी अग्निवीरों को आयुसीमा और सरकारी नौकरियो में प्राथमिकता देने के लिए कहा है।