Haryana : हरियाणा में कौन बनेगा CM ? राव इंद्रजीत सिंह या नायब सिंह सैनी: मुख्यमंत्री कौन होगा ? संसदीय बोर्ड लेगा फैसला
सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार बंपर जीत दर्ज की है। जीत के बाद सैनी ने मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की नीतियों पर अपनी मुहर लगाई है।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट हुई है। हरियाणा में हमारी जो प्रचंड जीत हुई है उसके बारे में मैंने प्रधानमंत्री मोदी को बताया है। मैंने प्रधानमंत्री को कहा है कि उन्हें हरियाणा के लोग बहुत प्यार और स्नेह करते हैं जिसका परिणाम है कि तीसरी बार हरियाणा में डबल इंजन की सरकार बन रही है। हरियाणा में सीएम कौन होगा, इस पर नायब सैनी ने कहा कि मैंने अपनी ड्यूटी कर ली है। अब मुख्यमंत्री कौन होगा? इसका फैसला संसदीय बोर्ड लेगा।
पीएम मोदी से मिले नायब सैनी, कहा-मैंने अपनी ड्यूटी निभाई, सीएम का नाम संसदीय बोर्ड तय करेगा
सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार बंपर जीत दर्ज की है। जीत के बाद सैनी ने मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की नीतियों पर अपनी मुहर लगाई है।
हरियाणा में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद नायब सिंह सैनी बुधवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि सैनी ने अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए पीएम से परामर्श किया। नायब सैनी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की।
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की और उन्हें विधानसभा चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी। मुझे विश्वास है कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होने जा रही है।”
मुलाकात के बाद क्या कहा नायब सिंह सैनी ने
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट हुई है। हरियाणा में हमारी जो प्रचंड जीत हुई है उसके बारे में मैंने प्रधानमंत्री मोदी को बताया है। मैंने प्रधानमंत्री को कहा है कि उन्हें हरियाणा के लोग बहुत प्यार और स्नेह करते हैं जिसका परिणाम है कि तीसरी बार हरियाणा में डबल इंजन की सरकार बन रही है। हरियाणा में सीएम कौन होगा, इस पर नायब सैनी ने कहा कि मैंने अपनी ड्यूटी कर ली है। अब मुख्यमंत्री कौन होगा? इसका फैसला संसदीय बोर्ड लेगा।
केंद्रीय मंत्रियों ने क्या कहा?
हरियाणा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, हमने दक्षिण हरियाणा में 13-14 सीटें जीती हैं. पार्टी ने फैसला कर रखा है कि नायब सिंह को मुख्यमंत्री बनाएंगे. लेकिन यहां से हमारे लोगों को महत्व देने के लिए पार्टी को कुछ न कुछ सोचना चाहिए. दस साल से दक्षिणी हरियाणा पार्टी की मदद कर रहा है तो पार्टी को भी दक्षिणी हरियाणा की मदद करनी चाहिए। वहीं, मनोहर लाल खट्टर ने सीएम के सवाल पर कहा कि ये पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा. पीएम मोदी के नेतृत्व में सभी काम कर रहे हैं. नीतियां काम कर रही हैं. साईलेंट वोटर ने बड़ी भूमिका निभाई है।
धर्मेंद्र प्रधान कर चुके हैं साफ
हरियाणा में बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने साफ किया था कि नायब सिंह सैनी बीजेपी के सीएम पद के चेहरे हैं. चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि पार्टी उनके नेतृत्व में राज्य में जीत की हैट्रिक बनाएगी. प्रधान ने कहा कि बीजेपी हरियाणा में विधानसभा चुनाव सैनी के नेतृत्व में लड़ रही है जो राज्य में एक लोकप्रिय नेता है।
राव इंद्रजीत सिंह ने की मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर
मुख्यमंत्री की कुर्सी दक्षिण हरियाणा को मिलेगी? राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस बारे में फैसला पार्टी को लेना होगा लेकिन जिस इलाके ने तीन बार बीजेपी को हरियाणा की सत्ता में बैठाया है, उसकी तरफ बीजेपी को भी तवज्जो देनी चाहिए। राव इंद्रजीत सिंह का यह बयान इस ओर इशारा करता है कि वह भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। राव इंद्रजीत सिंह मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा को पहले कई बार खुलकर जाहिर कर चुके हैं। उनके समर्थकों की मांग है कि राव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
सीएम आवास पर ही होगी। अनिल विज सात बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं और बीजेपी की सरकार में गृह मंत्री भी रहे हैं।
राव इंद्रजीत सिंह इस बार अपने अधिकतर समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब रहे थे। उनकी बेटी आरती सिंह राव ने भी अहीरवाल की रेवाड़ी सीट से जीत दर्ज की है। यह जानना जरूरी होगा कि राव इंद्रजीत सिंह कौन हैं और अहीरवाल में कौन सी विधानसभा सीटें आती हैं ।
2019 में भाजपा की सीटें घटकर 40 रह गई थीं। साढ़े नौ साल सत्ता में रहने के बाद एंटी इंकम्बेंसी की रिपोर्ट के बाद पार्टी ने मनोहर लाल की जगह ओबीसी समुदाय के नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था। 56 दिन के सीएम नायब सैनी को भाजपा चेहरा बनाकर मैदान में उतरी और प्रचंड जीत हासिल की।
हरियाणा में भाजपा ने 48 सीटों के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जो कांग्रेस से 11 अधिक है, जेजेपी और आप जैसी पार्टियों का सफाया हो गया और आईएनएलडी को सिर्फ दो सीटें मिलीं। आप ने अपने दम पर चुनाव लड़ा था।
भाजपा एग्जिट पोल के कांग्रेस की जीत के पूर्वानुमानों को गलत साबित करते हुए लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने जीत की सराहना करते हुए सैनी ने कहा कि सुशासन के कारण ही सभी समुदायों ने भाजपा को वोट दिया।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में 54 दिन की चुनावी कशमकश के नतीजे मंगलवार, 8 अक्टूबर को आए। दोनों राज्यों में 90 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 46। हरियाणा में भाजपा 48 सीटें जीतकर रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। राज्य में अब तक किसी राजनीतिक दल ने लगातार 3 बार सरकार नहीं बनाई है।