UP News Update: पुलिस के सामने पीटा विधायक को: ऑपरेटिव बैंक के चुनाव से जुड़ा है मामला
भारतीय जनता पार्टी के विधायक योगेश वर्मा के साथ मारपीट हुई है. इस दौरान वहां पुलिस भी मौजूद थी. बताया जा रहा है कि मारपीट की ये घटना को-ऑपरेटिव बैंक के चुनाव को लेकर हुई है विधायक को खींचकर गिराया। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर लात-घूसों से मारा। 8-10 पुलिसकर्मी उन्हें बचाने में लगे रहे। लेकिन लोग उन्हें पीटते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बचाया।
जानिए क्या है पूरा विवाद
पूरा मामला अर्बन कॉपरेटिव बैंक चुनाव का है। इस चुनाव में निवर्तमान चेयरमैन पुष्पा सिंह और पूर्व चेयरमैन मनोज अग्रवाल का खेमा मैदान में है। बुधवार को दोनों अपने-अपने डेलीगेट्स के साथ नामांकन करने के लिए कॉपरेटिव बैंक ऑफिस पहुंचे थे।
सदर विधायक योगेश वर्मा का आरोप है कि मनोज अग्रवाल खेमे के समर्थित प्रत्याशी राजू अग्रवाल का पर्चा वकीलों ने फाड़ दिया। उन्हें पीटा भी। विधायक को यह बात पता चली, तो वह भी मौके पर पहुंच गए। विधायक को देखकर पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह भड़क गए।
दोनों में कहासुनी हुई। जब तक विधायक कुछ समझ पाते, उन्हें थप्पड़ जड़ दिए। पीछे से उनके समर्थक आ गए। विधायक को घेरकर मारा।
ऑपरेटिव बैंक के चुनाव से जुड़ा मामला
मारपीट का यह मामला लखीमपुर खीरी में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव से जुड़ा बताया जा रहा है. आरोप है कि लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक में बीते कई सालों से चुनाव गुपचुप तरीके से हो जाते हैं. इस बार भी ऐसा ही करने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन, डेलीगेट और चेयरमैन के दावेदारों ने इसको लेकर काफी विरोध जताया था.
14 अक्टूबर को होना है मतदान
विधायक का आरोप है कि जिला बार संघ के अध्यक्ष अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध समिति के चुनाव में धांधली करके अपनी पत्नी को चेयरमैन बनवाना चाहते हैं. दरअसल, अवधेश सिंह की पत्नी पहले भी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध समिति की चेयरमैन रह चुकी हैं. बैंक के लगभग 10,000 से अधिक शेयर होल्डर वोटिंग के जरिए डेलीगेट और चेयरमैन चुनते हैं. इसको लेकर बुधवार से नामांकन होना था. वहीं, 10 अक्टूबर नामांकन वापसी की तारीख है. 11 को अंतिम सूची का प्रकाशन होना है. 14 अक्टूबर को मतदान होगा
विधायक योगेश वर्मा ने लगाया आरोप
बुधवार को तीन बजे तक प्रत्याशियों के आपत्तियों का निस्तारण किया जाना था. इसको लेकर नोटिस चिपकाया गया था, जिसे किसी ने फाड़ दिया. इस बात का पता लगते ही विधायक योगेश वर्मा वहां पहुंचे और आपत्ति जताई. विधायक योगेश वर्मा के मुताबिक, चुनाव में धांधली की कोशिश की जा रही है. अवधेश सिंह अपनी पत्नी को गुपचुप तरीके से प्रबंध समिति का चेयरमैन बनवाना चाहते हैं.
देर रात तक नहीं की गई थी चुनाव की तैयारी
आज 9 अक्टूबर को डेली गेट का नामांकन था, लेकिन इसको लेकर 8 अक्टूबर की देर रात तक किसी प्रकार की कोई तैयारी नहीं की गई थी. इसकी पोल तब खुली, जब सदर एसडीएम सीओ सिटी बैंक परिसर पहुंचे और अधिकारियों से प्रपत्र मांगे, तो बैंक अधिकारी कोई जवाब नहीं दे पाए. अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन चुनाव को लेकर गुटबाजी साफ दिख रही है. एक तरफ सदर विधायक का गुट है, तो दूसरी तरफ जिला बार संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह का. अवधेश सिंह अपनी पत्नी को प्रबंध समिति का चेयरमैन बनवाना चाहते हैं.