Savitri Jindal: देश की सबसे अमीर महिला फिर बनीं हरियाणा की MLA : निर्दलीय लड़कर की जीत हासिल
हरियाणा की हिसार सीट से चुनाव लड़ने वाली सावित्री जिंदल जीत चुकी हैं। सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार राम निवास रारा को 18941 वोटों से हरा दिया है। सवित्री जिंदल को 49231 वोट मिले। इस जीत के बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी खुशी का इजहार किया। सावित्री जिंदल ने मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह जीत हमारी पार्टी के प्रति जनता के विश्वास और समर्थन का परिणाम है। मैं अपने सभी समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद करती हूं।”
उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र के विकास और लोगों की समस्याओं को हल करने पर होगी। “हम विकास की नई योजनाओं पर काम करेंगे और लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे,”
उन्होंने आगे कहा यह जीत भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है, जो पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी।
जाने सावत्री जिंदल के बार मे कुछ खास
सवित्री जिंदल का प्रारंभिक जीवन
सवित्री देवी जिंदल का जन्म 20 मार्च 1950 को असम के एक साधारण परिवार में हुआ था। उनका शुरुआती जीवन सामान्य रहा और उन्होंने अपना अधिकतर समय परिवार और घर की देखभाल में बिताया। सवित्री ने ओ.पी. जिंदल (ओम प्रकाश जिंदल) से विवाह किया, जो पहले से ही एक प्रमुख उद्योगपति थे और जिंदल समूह की नींव रख चुके थे। उनका विवाह के बाद का जीवन पूरी तरह से परिवार के प्रति समर्पित था और उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश और परिवार के मामलों का ध्यान रखा। हालांकि, उद्योग जगत से दूर रहकर भी उन्होंने अपने पति के व्यापारिक प्रयासों को हमेशा समर्थन दिया।
सवित्री जिंदल का नेतृत्व
ओ.पी. जिंदल की मृत्यु के बाद सवित्री जिंदल ने व्यापारिक मोर्चे पर कमान संभाली। उस समय वह पूरी तरह से उद्योग जगत से दूर थीं, लेकिन अपने पति की विरासत को बनाए रखने और उसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। उन्होंने न केवल इस चुनौती को स्वीकार किया, बल्कि जिंदल समूह को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
व्यापार में सफलता
सवित्री जिंदल के नेतृत्व में, जिंदल समूह ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। उनका व्यापारिक साम्राज्य इस्पात, ऊर्जा, खनन, बुनियादी ढांचे, और सीमेंट उत्पादन सहित कई क्षेत्रों में फैला हुआ है।
उन्होंने अपने परिवार के सहयोग से कंपनी को विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया और कंपनी की सफलता को सुनिश्चित किया। जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (JSPL) आज विश्व के प्रमुख इस्पात उत्पादकों में से एक है। सवित्री जिंदल ने अपने चार बेटों – नवीन जिंदल, सज्जन जिंदल, पृथ्वीराज जिंदल और रतन जिंदल – को व्यापार की विभिन्न इकाइयों की जिम्मेदारी दी, जिन्होंने कंपनी के कारोबार को और भी विस्तारित किया।
राजनीतिक जीवन
व्यवसाय में सफलता के साथ-साथ सवित्री जिंदल ने राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई। अपने पति ओ.पी. जिंदल की मृत्यु के बाद, उन्होंने उनके निर्वाचन क्षेत्र हरियाणा के हिसार जिले से चुनाव लड़ा और हरियाणा विधानसभा में विधायक चुनी गईं। वह हरियाणा सरकार में मंत्री भी रहीं और उन्होंने शहरी विकास, सामाजिक कल्याण और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाली।
सवित्री जिंदल की राजनीतिक जीवन में भी उनकी छवि एक ईमानदार और समर्पित नेता की रही है। उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनके सामाजिक और राजनीतिक योगदान ने उन्हें जनता के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया।
देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल
सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक सावित्री जिंदल की नेटवर्थ 34.4 अरब डॉलर (करीब 2.88 लाख करोड़ रुपये) है। इस साल इनकी संपत्ति में 9.68 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
सावित्री जिंदल देश के टॉप 5 अमीरों में 5वें स्थान पर हैं। इसमें पहले स्थान पर मुकेश अंबानी, दूसरे पर गौतम अडानी, तीसरे पर शिव नाडर और चौथे पर शापूर मिस्त्री हैं। इसके बाद 5वें नंबर पर सावित्री जिंदल हैं। दिलीप सांघवी, अजीम प्रेमजी जैसे कारोबारी सावित्री जिंदल से काफी पीछे हैं
दुनिया के टॉप 60 अमीरों में शामिल है सावत्री जिंदल
सिर्फ देश की ही नहीं, बल्कि सावित्री जिंदल का नाम दुनिया के अमीरों की लिस्ट में भी शामिल है। सावित्री जिंदल दुनिया के टॉप 60 अमीरों में हैं। इस लिस्ट में इनका नाम 53वां स्थान पर है यानी सावित्री जिंदल दुनिया की 53वीं सबसे अमीर शख्सियत हैं। वहीं अगर दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं की बात करें तो इसमें सवित्री जिंदल 6वें स्थान पर हैं।
जाने सावत्री जिंदल के बार में कुछ खास
बता दें कि फोर्ब्स इंडिया ने सावित्री जिंदल को इस साल देश की सबसे अमीर महिला बताया था, 75 साल की सावित्री जिंदल ओपी जिंदल ग्रुप एंड इनहेरिटेड की मानद अध्यक्ष हैं. सावित्री के पति ओपी जिंदल का निधन साल 2005 में हुआ था, तब से वह अपने पति की कंपनी की पूरी जिम्मेदारी संभाल रही हैं. सावित्री जिंदल भारत की सबसे आमिर महिलाओ की लिस्ट में सबसे आगे है नकी कुल नेटवर्थ 39.5 अरब डॉलर है.
सावित्री जिंदल ने 2005 में अपने पति के निधन के बाद राजनीति में एंट्री की. 2005 में वह हरियाणा की हिसार सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीतीं सावित्री जिंदल का 2013 तक हिसार सीट पर कब्जा रहा. इसके बाद वह 2009 में फिर से इसी सीट से चुनाव जीती थीं. उनके पास ये सीट 2013 तक रही.
उपलब्धियाँ और सम्मान:
सवित्री जिंदल को उनके व्यवसायिक और सामाजिक योगदान के लिए कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। वह कई बार ‘फोर्ब्स’ की सूची में ‘भारत की सबसे अमीर महिला’ और ‘विश्व की सबसे शक्तिशाली महिलाओं’ में शामिल रही हैं। उनकी संपत्ति का मुख्य स्रोत जिंदल समूह के इस्पात और ऊर्जा व्यापार से आता है, और वह भारतीय उद्योग जगत में एक प्रमुख नाम हैं।