सूत्रों के मुताबिक, बरामद किया गया यह पत्र मौलाना तौकीर के करीबी
माने जाने वाले नदीम से जुड़ा हुआ है। पुलिस का कहना है कि पत्र की भाषा बेहद उकसाने वाली और संवेदनशील माहौल को भड़काने वाली है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस पत्र को सार्वजनिक करने या प्रसारित करने की योजना बनाई जा रही थी, ताकि शहर में तनाव और हिंसा को हवा दी जा सके। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस पत्र को किसने लिखा, किसके इशारे पर लिखा गया और इसे कहां-कहां पहुंचाने की योजना थी।
बरेली पुलिस ने जब नदीम के घर पर तलाशी अभियान चलाया, तो इसी दौरान यह पत्र बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत पत्र को अपने कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। जांच एजेंसियां अब इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि पत्र की भाषा, शब्दों का चयन और संदर्भ किन घटनाओं या समूहों को निशाना बनाकर तैयार किया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह केवल एक कागज़ का टुकड़ा नहीं, बल्कि दंगे की साजिश का अहम सबूत हो सकता है।
इस मामले में कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने नदीम से पूछताछ तेज कर दी है। कोर्ट ने नदीम को चार घंटे की पुलिस रिमांड पर भेजने की अनुमति दी है, ताकि उससे गहन पूछताछ की जा सके। पुलिस रिमांड के दौरान नदीम से कई अहम सवाल पूछे जा रहे हैं—पत्र किसके कहने पर तैयार किया गया, क्या इसके पीछे कोई संगठन या नेटवर्क सक्रिय था, और क्या इससे पहले भी ऐसे भड़काऊ दस्तावेज तैयार किए गए थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जांच के दौरान कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनसे संकेत मिलते हैं कि यह साजिश सुनियोजित और चरणबद्ध तरीके से रची गई थी। आशंका जताई जा रही है कि पत्र के जरिए लोगों की भावनाओं को भड़काकर कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही थी। यही कारण है कि पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है और किसी भी कड़ी को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा।
बरेली पुलिस ने साफ कहा है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यदि यह साबित होता है कि पत्र वास्तव में हिंसा फैलाने की साजिश का हिस्सा था, तो संबंधित धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, चाहे वे प्रत्यक्ष रूप से सामने आए हों या पर्दे के पीछे रहकर काम कर रहे हों।
फिलहाल, शहर में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। प्रशासन लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील कर रहा है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, जो बरेली बवाल की पूरी साजिश को बेनकाब करेंगे।

