दो वर्षों में राजस्थान के निर्यात में ₹19,400 करोड़ की वृद्धि, राठौड़ का दावा
दो वर्षों में राजस्थान के निर्यात में ₹19,400 करोड़ की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व, केंद्र सरकार की नीतियों और निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं का परिणाम बताया।
दो वर्षों में राजस्थान के निर्यात में ₹19,400.31 करोड़ की बड़ी बढ़ोतरी
जयपुर : राजस्थान ने निर्यात के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य का कुल निर्यात वर्ष 2022-23 में ₹77,771.37 करोड़ था, जो वर्ष 2024-25 में बढ़कर ₹97,171.68 करोड़ हो गया है। इस प्रकार दो वर्षों में राजस्थान के निर्यात में कुल ₹19,400.31 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 का निर्यात, वर्ष 2022-23 की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक रहा है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
अप्रैल से अक्टूबर अवधि में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025-26 के लिए जारी किए गए निर्यात आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि अप्रैल से अक्टूबर 2024 के दौरान राजस्थान का कुल निर्यात ₹52,673.94 करोड़ था, जबकि अप्रैल से अक्टूबर 2025 में यह बढ़कर ₹58,029.33 करोड़ हो गया है।
इस प्रकार इस अवधि में राज्य के निर्यात में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो वर्तमान सरकार की नीतियों की प्रभावशीलता को दर्शाती है।
निर्यातकों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने कहा कि राज्य का उद्योग एवं वाणिज्य विभाग निर्यातकों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है। निर्यात प्रक्रिया को सरल बनाने, उद्योगों को प्रोत्साहन देने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं लागू की गई हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल निर्यात बढ़ाना ही नहीं, बल्कि स्थानीय उद्योगों और MSME सेक्टर को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाना भी है।
प्रधानमंत्री के विजन और मुख्यमंत्री के नेतृत्व का परिणाम
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन और माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के कुशल नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ठोस और दूरदर्शी नीतियां अपनाई हैं।
इन नीतियों का सकारात्मक प्रभाव अब निर्यात के आंकड़ों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी-2024 और RIPS-2024 की अहम भूमिका
राज्य सरकार द्वारा लागू की गई एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी-2024 और राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम (RIPS-2024) ने राज्य में निर्यात आधारित उद्योगों को नई गति दी है।
इन योजनाओं के तहत निवेश को बढ़ावा, वित्तीय प्रोत्साहन और औद्योगिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं, जिससे निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
ODOP, MSME पॉलिसी और EoDB सुधारों से मिला लाभ
उन्होंने बताया कि एक जिला एक उत्पाद (ODOP) नीति, MSME Policy-2024 और Ease of Doing Business (EoDB) में किए गए सुधारों से राज्य के छोटे, मध्यम और पारंपरिक उद्योगों को सीधा लाभ मिला है।
इन पहलों से स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच मिली है।
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 का सकारात्मक प्रभाव
कर्नल राठौड़ ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के आयोजन से राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच नई पहचान मिली। इस समिट के माध्यम से निर्यात उन्मुख उद्योगों में निवेश बढ़ा है।
इन उत्पादों में दर्ज हुई प्रमुख वृद्धि
राज्य से जिन उत्पादों के निर्यात में मुख्य रूप से वृद्धि दर्ज की गई है, उनमें शामिल हैं—
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जैम एवं ज्वैलरी
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एग्रो एवं फूड प्रोडक्ट
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स्टोन, मार्बल और ग्रेनाइट
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लेदर उत्पाद
इन क्षेत्रों ने न केवल निर्यात को बढ़ाया है, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित किया है।
रोजगार सृजन और नए अंतरराष्ट्रीय बाजार
मंत्री ने कहा कि निर्यात में हुई इस वृद्धि से राज्य के उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भागीदारी बढ़ी है। इससे कारीगरों, किसानों और उद्यमियों को सीधा लाभ मिला है और नए बाजारों तक पहुंच संभव हुई है।
आने वाले वर्षों में और तेज होगी निर्यात गति
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने विश्वास जताया कि राज्य सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों और निवेश अनुकूल वातावरण के चलते आने वाले वर्षों में राजस्थान निर्यात के क्षेत्र में और भी नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।

