अरावली बचाओ भविष्य बचाओ अभियान: जयपुर में NSUI का विशाल पैदल मार्च, सचिन पायलट शामिल
जयपुर में “अरावली बचाओ, भविष्य बचाओ” अभियान के तहत NSUI ने विशाल पैदल मार्च निकाला। प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में हुए इस मार्च में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने अरावली संरक्षण और अवैध खनन पर रोक की मांग की।
अरावली बचाओ भविष्य बचाओ अभियान: अरावली पर्वतमाला संरक्षण के लिए जयपुर में NSUI का विशाल पैदल मार्च
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के उद्देश्य से आज अरावली बचाओ, भविष्य बचाओ अभियान के तहत राजस्थान एनएसयूआई द्वारा जयपुर में एक विशाल पैदल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च राजस्थान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में निकाला गया, जिसमें प्रदेशभर से बड़ी संख्या में छात्र एवं युवा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
पैदल मार्च जालूपुरा थाना परिसर के सामने से प्रारंभ होकर कलेक्ट्र सर्किल तक निकाला गया। पूरे मार्ग में कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर अरावली के संरक्षण, अवैध खनन पर रोक और पर्यावरण विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। मार्च के दौरान जयपुर की सड़कों पर युवाओं का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा था।
अजमेर जिले से भी एनएसयूआई जिला अध्यक्ष अंकित घारू के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता जयपुर पहुंचे और इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुए। जिलाध्यक्ष अंकित घारू ने कहा कि अरावली पर्वतमाला केवल पहाड़ों की श्रृंखला नहीं, बल्कि राजस्थान की जीवनरेखा है। यह क्षेत्र भूजल संरक्षण, जैव विविधता और जलवायु संतुलन में अहम भूमिका निभाता है।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पर्यावरण से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए आज ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।इस अवसर पर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अरावली का संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग का कर्तव्य है। यदि आज अरावली को नहीं बचाया गया, तो भविष्य में राजस्थान को गंभीर पर्यावरणीय संकट का सामना करना पड़ सकता है।
मार्च के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सरकार से अरावली क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को तुरंत बंद करने, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली नीतियों की समीक्षा करने और हरित क्षेत्र के संरक्षण के लिए सख्त कानून लागू करने की मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना था कि विकास के नाम पर प्रकृति का विनाश किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।इस पैदल मार्च में पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष एनएसयूआई किशनगढ़ कमल डिडवाणिया, पंकज गुर्जर, जगमाल गुर्जर, चंद्रवीर सिंह, शुभम मेघवाल, मोहित खन्ना, हिमेश गोयर, राजवीर गुर्जर, आकाश बोयत, रणजीत घारू, पवन सिसोदिया, अर्जुन गुर्जर, पंकज रावत, गजेंद्र नरूका, सगीर अहमद, अभय राजपाल सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि अरावली के संरक्षण के लिए संघर्ष जारी रहेगा और पर्यावरण बचाने की इस मुहिम को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।



