राष्ट्रपति से बाल पुरस्कार पाने वाले वैभव सूर्यवंशी: 14 साल की उम्र में क्रिकेट रिकॉर्ड्स के नए बादशाह
बिहार के 14 वर्षीय क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनकी सराहना की। वैभव ने विजय हजारे, IPL, T-20 और यूथ वनडे में कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाए हैं। जल्द पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे।
बिहार के वैभव सूर्यवंशी को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे और बिहार के 14 वर्षीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैभव को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह पुरस्कार बच्चों को दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
इस सम्मान के साथ ही वैभव सूर्यवंशी देश के उन चुनिंदा युवा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने बेहद कम उम्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। कार्यक्रम के बाद वैभव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की खुलकर तारीफ
सम्मान समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैभव सूर्यवंशी की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा—
“वैभव सूर्यवंशी ने कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बनाई है। अनेक रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। यह तो सिर्फ शुरुआत है। आपको देखकर बाकी बच्चे सीखेंगे और आपको फॉलो करेंगे।”
राष्ट्रपति के इन शब्दों ने न केवल वैभव बल्कि उनके परिवार, कोच और पूरे बिहार को गर्व से भर दिया।
पुरस्कार के कारण विजय हजारे ट्रॉफी का मैच नहीं खेल पाए
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए वैभव सूर्यवंशी बुधवार को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। इसी वजह से वे विजय हजारे ट्रॉफी में मणिपुर के खिलाफ दूसरा मुकाबला नहीं खेल पाए। हालांकि, उनके हालिया प्रदर्शन ने क्रिकेट जगत में पहले ही हलचल मचा दी है।
विजय हजारे ट्रॉफी में तोड़ा 39 साल पुराना रिकॉर्ड
महज दो दिन पहले वैभव सूर्यवंशी ने विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। रांची के JSCA ओवल ग्राउंड में खेले गए प्लेट ग्रुप मुकाबले में वैभव ने सिर्फ 36 गेंदों में शतक जड़ दिया।
इसके साथ ही वे लिस्ट-A क्रिकेट में शतक लगाने वाले दुनिया के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उन्होंने पाकिस्तान के जहूर इलाही का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1986 में 15 साल 209 दिन की उम्र में यह कारनामा किया था।
84 गेंदों में 190 रन की तूफानी पारी
इस मैच में वैभव सूर्यवंशी ने 84 गेंदों पर 190 रन की विस्फोटक पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 16 चौके और 15 छक्के लगाए। वैभव बिहार टीम के उप-कप्तान भी हैं और उन्होंने अपनी पारी से टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
उन्होंने 12वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन लेकर शतक पूरा किया और इसके बाद रुकने का नाम नहीं लिया।
एबी डिविलियर्स और जोस बटलर को भी छोड़ा पीछे
वैभव सूर्यवंशी ने सबसे तेज 150 रन बनाने के मामले में साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और इंग्लैंड के जोस बटलर जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को भी पीछे छोड़ दिया। यह उपलब्धि उनके असाधारण टैलेंट को दर्शाती है।
यूथ वनडे में सबसे ज्यादा सिक्स का रिकॉर्ड
अंडर-19 एशिया कप में UAE के खिलाफ वैभव ने 95 गेंदों पर 171 रन बनाए थे। इस पारी में उन्होंने 14 छक्के और 9 चौके लगाए। इसके साथ ही वे यूथ वनडे में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बन गए।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का 2008 में बना 12 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भारत ने इस मैच में 433 रन बनाकर यूथ वनडे का सबसे बड़ा स्कोर भी खड़ा किया।
मुश्ताक अली ट्रॉफी और IPL में भी रचा इतिहास
वैभव सूर्यवंशी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने। उन्होंने 14 साल की उम्र में महाराष्ट्र के खिलाफ 61 गेंदों में नाबाद 108 रन बनाए।
इसके अलावा, वैभव IPL में फिफ्टी लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बने। उन्होंने 14 साल 32 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की, जिससे वे क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गए।
पिता ने जमीन बेचकर पूरा किया बेटे का सपना

वैभव सूर्यवंशी समस्तीपुर जिले के ताजपुर के रहने वाले हैं। 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव ने 7 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। उनके पिता संजीव ने बेटे की प्रतिभा पहचानकर उसकी ट्रेनिंग के लिए अपनी जमीन तक बेच दी।
उन्होंने जेनिथ क्रिकेट एकेडमी और बाद में पटना की जेन एक्स क्रिकेट एकेडमी में वैभव को ट्रेनिंग दिलाई।
कड़ी मेहनत और अनुशासन की मिसाल
वैभव के कोच ब्रजेश बताते हैं कि वह चिलचिलाती धूप में भी रोज 5-6 घंटे प्रैक्टिस करता था। सुबह 10 बजे से शाम 3:30 बजे तक उसका सेशन चलता था। पिता संजीव हर दूसरे दिन 100 किलोमीटर दूर मैच दिखाने ले जाते थे।
ब्रायन लारा हैं वैभव के आदर्श

वैभव सूर्यवंशी वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को अपना आइडल मानते हैं। उनका सपना भारतीय सीनियर टीम में जगह बनाकर देश के लिए खेलना है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के साथ वैभव सूर्यवंशी ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। आने वाले वर्षों में यह नाम भारतीय क्रिकेट का बड़ा चेहरा बन सकता है।

