राजस्थान में पाला और कोल्डवेव का कहर, तापमान 8 डिग्री गिरा, सीकर में बर्फ जमी
राजस्थान में कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। तापमान में 8 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है। सीकर में बर्फ की पतली परत जमी, जयपुर में बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने 11 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में पाला और कोल्डवेव का कहर, 8 डिग्री तक लुढ़का पारा
अगले 3–4 दिन तेज ठंड और शीतलहर की चेतावनी
राजस्थान में सर्दी ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। राज्य के कई हिस्सों में पाला पड़ने के साथ शीतलहर का जबरदस्त असर देखा जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 3–4 दिनों तक प्रदेश में तेज ठंड और कोल्डवेव जारी रहने की चेतावनी दी है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान के 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
जयपुर सहित कई जिलों में सुबह से बादल, ठंडी हवाओं से बढ़ी गलन
शुक्रवार सुबह से राजधानी जयपुर और आसपास के जिलों में आसमान में बादल छाए रहे। उत्तर से आ रही ठंडी हवाओं ने सुबह और शाम के साथ-साथ दिन में भी ठंड का अहसास करा दिया। ग्रामीण इलाकों में पारा गिरने के कारण पाला जमने की स्थिति बन गई है।
दो दिनों में 8 डिग्री तक गिरा तापमान
सीकर, जयपुर, नागौर समेत कई शहरों में बीते दो दिनों के दौरान तापमान में करीब 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को सीकर और अलवर जिले के कई इलाकों में खेतों और खुले स्थानों पर बर्फ की पतली परत जम गई, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
अलवर में 18 दिन बाद फिर 5 डिग्री पहुंचा न्यूनतम तापमान
अलवर में करीब 18 दिन बाद एक बार फिर गुरुवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 5, 6 और 7 दिसंबर को भी यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री रहा था। इस सर्दी के मौसम में अब तक अलवर का सबसे कम तापमान 19 दिसंबर को 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
शेखावाटी और पूर्वी राजस्थान में शीतलहर का सबसे ज्यादा असर

शेखावाटी क्षेत्र के सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों के अलावा नागौर, अलवर, करौली, धौलपुर और भरतपुर के इलाकों में शीतलहर का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। इन क्षेत्रों में सुबह-शाम गलन भरी सर्दी ने जनजीवन को प्रभावित किया है।
कई जिलों में ऊंचाई पर हल्के बादल छाए रहे
पिछले 24 घंटों के दौरान बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर और आसपास के जिलों में ऊंचाई पर हल्के बादल छाए रहे। वहीं सीकर, जयपुर, झुंझुनूं और अलवर सहित कई शहरों में दिन के समय भी ठंडी हवाओं का असर बना रहा।
फतेहपुर में सबसे कम 1.6 डिग्री सेल्सियस तापमान
प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान सीकर के पास स्थित फतेहपुर में 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। फतेहपुर, सीकर, गंगानगर और नागौर के ग्रामीण इलाकों में गलन इतनी ज्यादा रही कि खेतों में ओस की बूंदें जम गईं और फसलें पाले की चपेट में आ गईं।
जयपुर समेत कई शहरों में सीजन की सबसे ठंडी रात
गुरुवार की रात राजधानी जयपुर समेत कई शहरों में इस सर्दी के मौसम की सबसे ठंडी रात रही। विभिन्न शहरों में न्यूनतम तापमान इस प्रकार दर्ज किया गया—
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जयपुर: 8.8 डिग्री सेल्सियस
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नागौर: 1.9 डिग्री
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सीकर: 3 डिग्री
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कोटा: 8.2 डिग्री
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बारां: 5.8 डिग्री
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फतेहपुर: 1.6 डिग्री
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करौली: 4.6 डिग्री
इन सभी शहरों में यह तापमान इस सीजन का अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा।
दिन में भी ठंड का असर, अधिकतम तापमान 30 से नीचे
राज्य में ठंडी हवाओं का असर इतना तेज है कि दिन में तेज धूप निकलने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक भी नहीं पहुंच सका।
गुरुवार को राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जयपुर में दिन का अधिकतम तापमान केवल 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
मौसम विभाग की अपील: सतर्क रहें, ठंड से बचाव जरूरी
मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने और ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और किसानों को पाले और शीतलहर से सावधानी बरतने की जरूरत बताई गई है।
निष्कर्ष
राजस्थान में सर्दी का यह दौर सामान्य से कहीं ज्यादा कड़ा साबित हो रहा है। तापमान में लगातार गिरावट, पाला और शीतलहर ने जनजीवन के साथ-साथ खेती पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना को देखते हुए सतर्कता बेहद जरूरी है।

