कपिल ज्ञानपीठ के एनुअल फंक्शन में छात्रों ने शिक्षा, नैतिक मूल्यों और सृजनात्मकता का संदेश दिया
कपिल ज्ञानपीठ, जयपुर के एनुअल फंक्शन ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’ में छात्रों ने वैश्विक दृष्टिकोण, नैतिक मूल्यों और सृजनात्मक अभिव्यक्ति से शिक्षा के महत्व को दर्शाया। मुख्य अतिथि संदीप सिंह चौहान ने छात्रों को बड़े ख्वाब देखने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
कपिल ज्ञानपीठ के एनुअल फंक्शन ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’ में शिक्षा और नैतिक मूल्यों का उत्सव
शिक्षा केवल ज्ञान तक सीमित नहीं, नैतिक मूल्यों और सृजनात्मकता का भी करती है विकास
जयपुर : कपिल ज्ञानपीठ, जयपुर में आयोजित एनुअल फंक्शन ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’ ने यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तक ज्ञान तक सीमित नहीं होती। यह वैश्विक दृष्टिकोण, नैतिक मूल्यों, व्यक्तिगत अभिव्यक्ति और सृजनात्मकता से छात्र के सर्वांगीण विकास में योगदान देती है। युवाओं ने परफॉर्मेंस से संदेश दिया कि शिक्षा केवल ज्ञान तक सीमित नहीं होती, बल्कि वैश्विक दृष्टिकोण, सृजनात्मकता, नैतिक मूल्यों और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति से विद्यार्थी के विकास में योगदान करती है।
मुख्य अतिथि और स्वागत समारोह
कार्यक्रम की शुरुआत डायरेक्टर मनोज मोदी ने की, जिन्होंने मुख्य अतिथि संदीप सिंह चौहान, आईपीएस, इन्स्पेक्टर जनरल, जयपुर का अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रिंसिपल प्रीति माथुर ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें स्कूल की अकादमिक उपलब्धियों, सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों और नवाचारों का विवरण साझा किया गया।
अध्यक्ष एन. के. मोदी ने स्टूडेंट्स की मेहनत, अनुशासन, आत्मविश्वास और रचनात्मक प्रस्तुतियों की सराहना की। मुख्य अतिथि संदीप सिंह चौहान ने छात्रों की प्रतिभा और मंच पर उनकी उपस्थिति की तारीफ की। उन्होंने बड़े ख्वाब देखने, नैतिक मूल्यों में निहित रहने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए छात्रों को प्रेरित किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने जीवंत किया ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्रों ने संगीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’ थीम को जीवंत किया। प्रस्तुतियों ने न केवल कौशल और प्रतिभा की झलक दी, बल्कि उनमें संवेदनशीलता, सौंदर्य और संदेश भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
प्रिंसिपल प्रीति माथुर ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए स्कूल की अकादमिक उपलब्धियों, सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों और नवाचारों का विवरण दिया। अध्यक्ष एन. के. मोदी ने स्टूडेंट्स की मेहनत, अनुशासन, आत्मविश्वास और रचनात्मक प्रस्तुतियों की सराहना की। मुख्य अतिथि ने छात्रों की प्रतिभा और मंच पर उनकी उपस्थिति की प्रशंसा करते हुए बड़े ख्वाब देखने, नैतिक मूल्यों में निहित रहने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों ने वैश्विक विविधता और विभिन्न संस्कृतियों की विरासत को प्रस्तुतियों के माध्यम से साझा किया। इससे शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में सृजनात्मकता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रोत्साहन मिला।
सार्वजनिक संदेश और नैतिक शिक्षा का महत्व
मुख्य अतिथि ने जोर दिया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा पास करना नहीं है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी, नैतिक मूल्यों का पालन और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देती है। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने कौशल और प्रतिभा का उपयोग कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं।
समापन और आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम का समापन मैनेजिंग कमेटी सदस्य डी. डी. अग्रवाल ने आभार व्यक्त करते हुए किया। सभी ने राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम को संपन्न किया। इस अवसर पर छात्रों की मेहनत, माता-पिता और शिक्षक समुदाय के सहयोग को भी सराहा गया।
संस्कृतियों की विरासत और अभिव्यक्ति का मनाया उत्सव
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने ‘अभिव्यक्ति-ए ग्लोबल ओडिसी’ थीम को जीवंत किया। संगीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों से छात्रों ने वैश्विक विविधता, विभिन्न संस्कृतियों की विरासत और सृजनात्मक अभिव्यक्ति का उत्सव मनाया।
सफल एनुअल फंक्शन ने शिक्षा और अभिव्यक्ति का संदेश दिया
कपिल ज्ञानपीठ का यह एनुअल फंक्शन शिक्षा के बहुआयामी महत्व को दर्शाने में सफल रहा। छात्रों ने दिखाया कि वैश्विक दृष्टिकोण, नैतिक मूल्य और सृजनात्मक अभिव्यक्ति शिक्षा का अहम हिस्सा हैं। कार्यक्रम ने यह संदेश भी दिया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जित करना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक योगदान और संस्कारों के साथ विकास करना है।



