भोजपुर थाने में दलालों की सक्रियता से फरियादी परेशान, पुलिस कार्रवाई पर सवाल
मुरादाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र में दलालों की सक्रियता से फरियादी परेशान हैं। शिकायत पर पुलिस कार्रवाई धीमी। फरियादियों को दलालों के माध्यम से ही अपनी शिकायत दर्ज करानी पड़ रही है। क्षेत्रवासियों ने थाने में दलालों का प्रवेश वर्जित करने की मांग की है।
भोजपुर थाना में दलालों की सक्रियता से फरियादी परेशान
मुरादाबाद : जिले के ईमानदार एसएसपी सतपाल अंतिल ने सभी थाना प्रभारीयों को फरियादियों की शिकायतों पर तुरंत संज्ञान लेने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद भोजपुर थाना क्षेत्र में दलालों की सक्रियता से जनता परेशान है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि यहां पुलिस और फरियादियों के बीच का रिश्ता अभी भी मधुर नहीं बन पाया है। फरियादियों को अपनी बात कहने के लिए दलालों के पास से होकर गुजरना पड़ता है, जो उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं होने देता।
दलालों का थाने पर सक्रियता का आलम
सूत्रों के अनुसार, भोजपुर थाना के आसपास दलाल सुबह से ही सक्रिय रहते हैं। शिकायत लेकर थाने पहुंचे फरियादी दलालों के झांसे में फंस जाते हैं और कार्यवाही कराने के नाम पर मोटी रकम वसूल ली जाती है।
क्षेत्रवासियों ने कहा कि यह स्थिति गंभीर है और अब थाने में दलालों का प्रवेश वर्जित किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि पुलिस प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से लें और सीधे तौर पर फरियादियों की मदद करें।
फरियादियों की समस्या और प्रशासन की भूमिका
फरियादी बताते हैं कि शिकायत दर्ज कराने के लिए उन्हें पहले दलालों से गुजरना पड़ता है। इसका सीधा असर यह है कि वे कभी अपनी बात खुलकर कह नहीं पाते और उनके मामले का न्यायिक समाधान भी देर से होता है।
एसएसपी सतपाल अंतिल ने पहले ही सभी थाना प्रभारीयों को निर्देश दिए हैं कि फरियादियों की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाए और भ्रष्टाचार या बाधा डालने वाले दलालों पर सख्त कदम उठाए जाएं।
क्षेत्रवासियों की मांग—दलालों का थाने में प्रवेश प्रतिबंधित हो
स्थानीय लोगों का कहना है कि भोजपुर थाने में दलालों की सक्रियता को देखते हुए उन्हें प्रवेश करने से रोका जाना चाहिए। वे थाने में साफ-सुथरी प्रक्रिया चाहते हैं ताकि फरियादी सीधे अपनी शिकायत दर्ज कर सकें।
क्षेत्रवासियों ने जोर देकर कहा कि दलालों को किसी का संरक्षण नहीं मिलना चाहिए, और यदि पुलिस या कोई अधिकारी इन पर नजरअंदाज करता है, तो यह सिस्टम के प्रति जनता का विश्वास कमजोर करेगा।
संभावित कार्रवाई और उम्मीद
माना जा रहा है कि जल्द ही जिले के ईमानदार कप्तान इस मामले में सख्त कदम उठाएंगे। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन दलालों की सक्रियता को रोकते हुए फरियादियों के अधिकारों की रक्षा करेगा।
एसएसपी सतपाल अंतिल के निर्देशों के अनुसार—
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सभी थाना प्रभारी फरियादियों की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लें।
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दलालों और भ्रष्टाचार में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
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थाने में साफ-सुथरी और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए।
निष्कर्ष—भोजपुर थाने में सुधार की जरूरत
भोजपुर थाना क्षेत्र में दलालों की सक्रियता और फरियादियों की परेशानियों ने यह स्पष्ट किया कि स्थानीय प्रशासन को तत्काल सुधार करना होगा।
फरियादी और क्षेत्रवासियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और दलालों की सक्रियता जनता के विश्वास को कमजोर कर रही है। एसएसपी सतपाल अंतिल के दिशा-निर्देशों के बावजूद अब देखना यह होगा कि थाने में सुधार और दलालों पर सख्त कार्रवाई कब तक लागू होती है।
यदि प्रशासन और पुलिस समय रहते कार्रवाई करें तो भोजपुर थाना क्षेत्र में फरियादियों को न्याय दिलाने और सुरक्षित शिकायत प्रक्रिया सुनिश्चित करने में सफलता मिल सकती है।
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