भाजपा प्रदेश कार्यालय में सामूहिक वंदे मातरम् गायन : मदन राठौड़ का राष्ट्रभावना संदेश

जयपुर में भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित वंदे मातरम् 150वीं वर्षगांठ समारोह में प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि यह केवल राष्ट्रगीत नहीं, बल्कि भारत माता के प्रति श्रद्धा, एकता और राष्ट्रभावना का प्रतीक है। कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में सामूहिक रूप से गूंजा “वंदे मातरम्”
राष्ट्रगीत वंदे मातरम् का 150वां वर्षगांठ समारोह

जयपुर : राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यालय, जयपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की अध्यक्षता में सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि शामिल हुए और सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की अध्यक्षता में भाजपा प्रदेश कार्यालय जयपुर में सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का गायन किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि वंदे मातरम् केवल राष्ट्रगीत नहीं है, बल्कि यह भारत माता के प्रति श्रद्धा, एकता और राष्ट्रभावना का प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह गीत हर भारतीय को राष्ट्रसेवा और देशभक्ति के लिए प्रेरित करता है।
मदन राठौड़ ने राष्ट्रभावना पर जोर दिया

राठौड़ ने कहा:
“प्रत्येक नागरिक को वंदे मातरम् का गायन अवश्य करना चाहिए। देशवासियों के बीच राष्ट्रभक्ति का जज़्बा जागृत होना चाहिए। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्रजागरण का आह्वान है।”
उन्होंने कहा कि पूरे देश में देशभक्ति का यह सैलाब अत्यंत प्रेरणादायक है।
“यह राजनीतिक रूप से निरपेक्ष कार्यक्रम है, जिसे हमें जागृति अभियान के रूप में देखना चाहिए।”
150 वर्षों का गौरव और इतिहास
प्रदेश अध्यक्ष ने वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह गीत 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित हुआ था। इसी वर्ष देश के महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल और आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा का जन्म भी हुआ।
“वंदे मातरम् हमारी संस्कृति की आत्मा और स्वतंत्रता आंदोलन की प्रेरणा है। 150 वर्षों से यह गीत हर वर्ग, हर समिति और हर अधिवेशन में गाया जाता रहा है।”
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थितियां
इस अवसर पर भाजपा परिवार के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें शामिल हैं:
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प्रदेश संयोजक भूपेन्द्र सैनी
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सह संयोजक प्रेम सिंह, प्रीति शर्मा
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भाजपा प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल
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विधायक बाल मुकुंदाचार्य महाराज
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प्रदेश कार्यालय प्रभारी मुकेश पारीक
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सह प्रभारी भवानी शंकर शर्मा
कार्यक्रम में सभी उपस्थित लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान और भारत माता की जय के उद्घोष के साथ हुआ।
वंदे मातरम् — सिर्फ गीत नहीं, राष्ट्रभावना का प्रतीक
उन्होंने कहा कि वर्ष 1875 का विशेष महत्व है, इसी वर्ष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ, भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ और 1875 को ही बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदे मातरम् की रचना की थी। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के गौरवशाली 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में भाजपा परिवार के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मदन राठौड़ ने यह स्पष्ट किया कि वंदे मातरम् केवल गीत नहीं है, बल्कि यह देशभक्ति, एकता और राष्ट्रीय जागरूकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस अवसर को राजनीतिक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय जागरूकता और राष्ट्रभावना के रूप में मनाएँ।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम देश में राष्ट्रभक्ति का जज़्बा बढ़ाने और भारतीय संस्कृति को मजबूत करने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष
भाजपा प्रदेश कार्यालय जयपुर में आयोजित यह कार्यक्रम वंदे मातरम् के 150 वर्षों के गौरव और राष्ट्रभावना की याद दिलाने वाला रहा। सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी ने इस कार्यक्रम को और भी प्रभावशाली बना दिया। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि राष्ट्रगीत केवल गायन का माध्यम नहीं बल्कि देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।
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