Jaipur News : केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जयपुर दौरे की तैयारियों के लिए मुख्यमंत्री ने की उच्चस्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के प्रस्तावित जयपुर दौरे (13 अक्टूबर) की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने विभागों में परस्पर समन्वय स्थापित कर सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूर्ण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दौरा न केवल प्रदेश के विकास कार्यों की समीक्षा का अवसर होगा, बल्कि आमजन और निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में विशेष रूप से तीन नवीन कानूनों – भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम – के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी की तैयारियों पर जोर दिया। यह छह दिवसीय प्रदर्शनी जेईसीसी, सीतापुरा में आयोजित होगी और इसका उद्घाटन केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 13 अक्टूबर को करेंगे। श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित विभाग अपनी तय जिम्मेदारियों के अनुसार प्रदर्शनी की तैयारियों को सुनिश्चित करें और आमजन की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से जनता को नवीन कानूनों के लाभ और उनके सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण की गतिविधियों की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय गृहमंत्री इस अवसर पर राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत प्राप्त निवेश प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग करेंगे। इसके अलावा, विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दौरान विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म वितरित करने, दुग्ध उत्पादकों को दूध सब्सिडी राशि हस्तांतरित करने और 150 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के तहत रजिस्ट्रेशन की तैयारियों को समय पर पूरा किया जाए। इसके साथ ही महिला सुरक्षा और एफ.एस.एल. के लिए पेट्रोलिंग हेतु स्कूटियों और मोटरसाइकिलों के फ्लैगऑफ की तैयारियों को भी सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार 13 अक्टूबर से जयपुर में जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेन्स का आयोजन कर रही है। इस कॉन्फ्रेन्स में कानून व्यवस्था, भूप्रबंधन, सुशासन और सामाजिक-आर्थिक विकास के विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही राज्य सरकार के विकास रोडमैप पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी। उद्घाटन सत्र में केन्द्रीय गृहमंत्री भी शामिल होंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉन्फ्रेन्स की समुचित तैयारियों का विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि यह प्रदेश के विकास के लिए मार्गदर्शक साबित हो।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सभी कार्यक्रमों और प्रदर्शनी की तैयारियों में समन्वय और समय प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जोर दिया कि किसी भी प्रकार की व्यवस्था में कमी सहन नहीं की जाएगी। श्री शर्मा ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सभी सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए आयोजन स्थल की साफ-सफाई, आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता और प्रशासनिक तैयारियों का पूर्ण निरीक्षण समय पर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि यह दौरा केवल समारोह या उद्घाटन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे आमजन, विद्यार्थियों, निवेशकों और समाज के विभिन्न वर्गों को जागरूक करने का अवसर भी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर और एसपी कॉन्फ्रेन्स के दौरान कानून व्यवस्था, विकास कार्यों की समीक्षा और प्रशासनिक दक्षता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, पुलिस महानिदेशक श्री राजीव कुमार शर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी व्यवस्थाओं में पूरी पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का उद्देश्य प्रदेशवासियों और निवेशकों के विश्वास को मजबूत करना और राज्य के समग्र विकास की दिशा में ठोस कदम उठाना है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि प्रदर्शनी और विकास कार्यों के उद्घाटन के दौरान जनता और आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इसके लिए सुरक्षा बलों और पुलिस टीमों को पर्याप्त संसाधन और निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आयोजन स्थल पर यातायात, पार्किंग और भीड़ प्रबंधन की योजना पूरी तरह से सुनिश्चित हो, ताकि कार्यक्रम सुचारू रूप से आयोजित हो सके।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की बैठक ने जयपुर दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे निर्धारित समयसीमा के भीतर अपनी जिम्मेदारियों का पालन करें और किसी भी प्रकार की कमी न रहे। 13 अक्टूबर का यह दौरा प्रदेश के विकास और कानून व्यवस्था के लिए एक प्रेरक घटना साबित होगा।

