Rajasthan News: राजस्थान में अंधविश्वास बना जानलेवा: दामाद को ‘शैतानी साया’ बताकर ससुरालियों ने की बेरहमी से हत्या
राजस्थान के चुरू में ससुरालियों ने दामाद के अंदर बुरी आत्माओं का साया बतार उसे ऐसी मौत दी, जिसे जानकर आपकी भी रूह कांप जाएगी. बेटे की तहरीर पर पुलिस ने ससुरालियों पर FIR दर्ज करवाई है

भारत भले ही विज्ञान और टेक्नोलॉजी में तरक्की कर रहा हो, लेकिन अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र की पकड़ आज भी कई जगहों पर गहरी है. अक्सर लोग किसी बीमारी, परेशानी या समस्या को ‘बुरी आत्मा’ और ‘जादू-टोने’ से जोड़ देते हैं. लेकिन जब यही अंधविश्वास हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो वह इंसान की जान तक ले सकता है. राजस्थान के चूरू जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. यहां एक परिवार ने अपनी ही बेटी के पति यानी अपने दामाद को ‘शैतानी साया’ बताकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
मृतक के बेटे ने ननिहाल के 12 लोगों खिलाफ तहरीर देकर मामला दर्ज करवाया. दिल दहला देने वाली ये घटना रतनगढ़ थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर-21 की है। यहां रहने वाले इमरान ने कोर्ट के इस्तगासे के माध्यम से मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में इमरान ने बताया- 17 अगस्त को सुबह उसकी नानी गुलशन बानो, मामा याकूब, मामा का बेटा शमशेर अली, जंगशेर, मामी नसीम, मौसी शहीदन, बेगमा, ममेरी बहन शाहिना, कैफ, जावेद उर्फ बाबू, मनी और महिला तांत्रिक बेबी फलक आए।
बेटे पर तंत्र-मंत्र, फिर बुलाया पिता को बेबी फलक ने आग जलाई और उसमें कुछ अजीब चीजें डाल दी धुआं पूरे घर में फैल गया। उसने इमरान की आंखों में लाल मिर्च झोंकी और कानों में तेल से भिगोई हुई रूई ठूंस दी। बार-बार पूछने लगी….बता, तेरे अंदर किसकी आत्मा है?. इमरान ने विरोध किया तो तांत्रिक बोली- इस पर आत्मा का साया नहीं है, बल्कि इसके पिता पर है। इसके बाद उन्होंने इमरान के पिता महबूब खान (50 साल) को घर बुलाया। जैसे ही महबूब घर पहुंचे। उन्हें सबसे पहले एक ऐसा पानी पिलाया गया जिसमें कुछ मिलाया हुआ था. पानी पीते ही वे चक्कर खाने लगे। मगर बेबी फलक और बाकी लोग उन्हें पकड़कर तंत्र क्रियाएं करते रहे. महबूब दर्द से तड़पते रहे लेकिन कोई उनकी मदद नहीं कर पाया
इमरान के मुताबिक, उनके पिता महबूब लगातार तांत्रिक क्रियाओं का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान एक तांत्रिक महिला ने अपने पति से कहा कि “एक टब में पानी लाओ।” इसके बाद महबूब को जबरन पकड़कर उनके मुंह को पानी में डुबोया गया। इतना ही नहीं, जलते हुए कोयले पर लाल मिर्च डाली गई और उसका धुआं उनके चेहरे की ओर छोड़ा गया। यह प्रक्रिया कई बार दोहराई गई। महबूब चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन वहां मौजूद लोग बस इतना कहते रहे — “थोड़ी देर में आत्मा निकल जाएगी।” धीरे-धीरे महबूब की आवाज कमजोर पड़ने लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़े।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई मौत
इमरान और उनकी मां ने जैसे-तैसे उन्हें संभाला। उस समय महबूब के मुंह से झाग और गाढ़ा पदार्थ निकल रहा था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम की सलाह दी, लेकिन उसी वक्त तांत्रिक और अन्य लोग इमरान को एक ओर ले गए और डराने-धमकाने लगे।
इमरान ने बताया, “उन्होंने मुझसे कहा कि यह सब किसी बुरी आत्मा का काम है। अगर तूने पुलिस में शिकायत की तो वही आत्मा तुझे और तेरे परिवार को भी बर्बाद कर देगी।”
इमरान ने बताया कि वह उस समय बहुत डर गया क्योंकि घर में केवल उसकी मां ही हैं, और वही उनका एकमात्र सहारा है। डर के कारण उसने पिता का बिना पोस्टमॉर्टम के अंतिम संस्कार कर दिया।
अब पुलिस के पास पहुंचा मामला
हालांकि कुछ समय बाद इमरान ने हिम्मत जुटाई और पुलिस में मामला दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और पूरे घटनाक्रम की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।

