Udaipur Files Released Date: ‘उदयपुर फाइल्स’ को सूचना मंत्रालय से रिलीज़ की मंजूरी: 8 अगस्त को होगी रिलीज़
साल 2022 में उदयपुर में हुई कन्हैया लाल टेलर की जघन्य हत्या पर बनी फिल्म उदयपुर को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई है……………

राजस्थान में साल 2022 में उदयपुर में हुई कन्हैया लाल टेलर की जघन्य हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस दिल दहला देने वाली घटना के सच को सामने लाने और कन्हैया लाल को न्याय दिलाने की मांग के साथ इस पर ‘उदयपुर फाइल्स’ नाम की फिल्म बनाई गई. निर्माता अमित जानी के निर्देशन में बनी इस फिल्म की रिलीज को लेकर पिछले कुछ समय से कई मुश्किलें आ रही थीं। जिससे परिवार में मायूसी का माहौल था।
8 अगस्त को रिलीज होगी फिल्म
फिल्म की रिलीज का रास्ता अब आखिरकार साफ हो गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने ‘उदयपुर फाइल्स’ को 8 अगस्त को रिलीज करने की इजाजत दे दी है। इस फैसले से कन्हैया लाल के बेटे यश साहू ने गहरी खुशी जाहिर की है और कहा है कि अब पूरा देश इस सच को जान पाएगा।
पहले जब ये फिल्म रिलीज होने वाली थी तब कुछ धार्मिक संगठनों और एक आरोपी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इसी स्क्रीनिंग पर रोकने की मांग की थी। याचिका लगाने वालों का कहना था कि फिल्म एक खास धर्म के लोगों को गलत ढंग से दिखाती है। जिससे चल रही न्याय प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और केंद्र सरकार से कहा कि वो ‘सिनेमैटोग्राफ एक्ट’ की धारा 6 के तहत फिल्म की दोबारा जांच करवाया।
कोर्ट और मंत्रालय से मिली हरी झंडी
‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर कई कानूनी अड़चनें थीं, लेकिन अब सभी दूर हो गई हैं. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने फिल्म के सर्टिफिकेशन को चुनौती देने वाली सभी पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज कर दिया। मंत्रालय ने अपने अंतिम आदेश में कहा कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने फिल्म को प्रमाणित करते समय सभी प्रक्रियाओं का पालन किया था और कोई गलती नहीं की थी।
इस फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर शुरू से ही विवाद बना रहा। पहले इसे 11 जुलाई को रिलीज किया जाना था, लेकिन कुछ धार्मिक संगठनों और एक आरोपी ने इसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि फिल्म समुदाय विशेष को बदनाम करती है। दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वो फिल्म की समीक्षा दोबारा करें और सिनेमैटोग्राफ एक्ट की धारा 6 के तहत अपने अधिकारों का प्रयोग करे। इसके बाद केंद्र सरकार ने एक कमेटी गठित की जिसने फिल्म को लेकर 55 कट लगाने का सुझाव दिया। निर्माता इन बदलावों पर राजी हो गए।
फिल्म की रिलीज को हरी झंडी मिल गई है तो निर्माता अमित जानी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा की और लोगों से अनुरोध किया कि वो खुद फिल्म देखें और तय करें कि इसमें क्या गलत है। उन्होंने कहा, हमने फिल्म को यथासंभव संतुलित और संवेदनशील रूप में प्रस्तुत किया है। हमारा मकसद किसी समुदाय को निशाना बनाना नहीं, बल्कि एक घटना को दिखाना है।

