Jaipur SMS Hospital News: एसएमएस मेडिकल कॉलेज में हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट शुरू: ब्लड कैंसर मरीजों को मिलेगा सुपर स्पेशियलिटी इलाज
जयपुर खून की गंभीर बीमारियों जैसे एनीमिया, थैलेसीमिया, लिम्फोमा और ब्लड कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की खबर है। अब जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज में डेडिकेटेड क्लिनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट की शुरुआत की गई है। इस सुपर स्पेशियलिटी यूनिट में मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में इलाज मिलेगा।

एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रदेश का पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज बन गया है, जहां खून की बीमारियों के लिए अलग से क्लिनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट और यूनिट बनाई गई है। अभी तक खून से संबंधित मरीजों का इलाज जनरल मेडिसिन या ऑन्कोलॉजी विभाग में किया जाता था।
20 बेड की यूनिट शुरू, हर बुधवार को OPD
डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. विष्णु शर्मा ने बताया कि आईडीएच सेंटर में इस यूनिट की स्थापना की गई है, जिसमें फिलहाल 20 बेड की सुविधा है। हर बुधवार को ओपीडी चलाई जा रही है, जहां सप्ताह में औसतन 30 से अधिक मरीज खून की बीमारियों से संबंधित सलाह के लिए पहुंच रहे हैं।
ब्लड कैंसर मरीजों के लिए मिलेगा डेडिकेटेड इलाज
नई यूनिट में ब्लड कैंसर मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टर्स की निगरानी में कीमोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी एडवांस सुविधाएं मिलेंगी। इससे पहले मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगे इलाज के लिए जाना पड़ता था।
CAR-T सेल थेरेपी की तैयारी
डॉ. शर्मा ने बताया कि भविष्य में CAR-T सेल थेरेपी जैसी आधुनिक तकनीकों को भी शुरू करने की योजना है। इसके लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा कि इस थेरेपी को ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना’ या ‘मां योजना’ जैसी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में शामिल कर मरीजों को निशुल्क या रियायती इलाज उपलब्ध कराया जाए।
उम्मीद: इलाज के लिए नहीं जाना होगा बाहर
अब तक जिन मरीजों को ब्लड कैंसर या खून की दूसरी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में जाना पड़ता था, उनके लिए एसएमएस में ही इलाज मिलना संभव हो सकेगा। इससे ना सिर्फ समय और पैसा बचेगा, बल्कि मरीजों को भावनात्मक और मानसिक रूप से भी राहत मिलेगी।

