India-Pakistan War News: पाकिस्तान की नापाक हरकत पर भारत की सख्त नजर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS और सेना प्रमुखों के साथ की उच्चस्तरीय बैठक
भारत की पश्चिमी सीमाओं पर पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद देश की शीर्ष सुरक्षा व्यवस्था में हलचल तेज हो गई है। 8-9 मई की रात को हुए इन नाकाम हमलों के 24 घंटे के भीतर ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई।

जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी मौजूद रहे।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ और सीमावर्ती स्थिति की समीक्षा
इस उच्चस्तरीय बैठक में हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की प्रगति और सीमावर्ती क्षेत्रों में मौजूदा हालात की गहन समीक्षा की गई। बैठक में पाकिस्तान की ओर से उत्पन्न खतरे, विशेष रूप से ड्रोन और मिसाइल हमलों की श्रृंखला के बाद की स्थिति, सैन्य तैयारियों और आगे की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
संयम और आत्मविश्वास का संदेश
बैठक के दौरान सामने आई तस्वीरें न सिर्फ देश, बल्कि पूरी दुनिया को एक अहम संदेश देती हैं। सभी शीर्ष अधिकारी शांत, संयमित और आत्मविश्वास से भरे नजर आए। उनके चेहरे की हल्की मुस्कान भारतीय सेना की रणनीतिक स्थिरता और उच्च सतर्कता का प्रतीक बनी।
50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने जम्मू, सांबा, बारामूला, कुपवाड़ा, उधमपुर, पठानकोट और जैसलमेर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ड्रोन भेजे। लेकिन भारतीय सेना की एयर डिफेंस यूनिट्स द्वारा चलाए गए काउंटर-ड्रोन ऑपरेशन में 50 से अधिक ड्रोन निष्क्रिय कर दिए गए। इस कार्रवाई में एल-70 गन, ज़ू-23 मिमी, शिल्का सिस्टम और आधुनिक काउंटर-यूएएस उपकरणों का व्यापक उपयोग किया गया।
S-400 सिस्टम से नाकाम की गई मिसाइलें
पाकिस्तान द्वारा किए गए मिसाइल हमलों को भारतीय वायु रक्षा बलों ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए समय रहते रोक लिया। यह अत्याधुनिक प्रणाली भारत ने रूस से प्राप्त की है और यह हवाई खतरों को सटीकता से नष्ट करने में सक्षम है।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया,
“हमारे सुरक्षा बलों ने समय रहते दुश्मन की गतिविधियों को पहचानकर त्वरित कार्रवाई की और उनके सभी प्रयास विफल कर दिए। पाकिस्तान की यह दुस्साहसिक हरकत हमारी उच्च सतर्कता और तैयारियों के सामने नाकाम रही।”
भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार है भारत
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस सुरक्षा समीक्षा बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि भविष्य में ऐसे किसी भी खतरे से निपटने के लिए तीनों सेनाएं और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं। देश की सैन्य क्षमताएं और निगरानी तंत्र समय के साथ और भी सुदृढ़ किए जा रहे हैं।