National Herald Case: नेशनल हेराल्ड केस पर कांग्रेस का बड़ा अभियान: नाम दिया ‘कांग्रेस का सच, भाजपा का झूठ’
नेशनल हेराल्ड केस जिसे लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है.. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने नेशनल हेराल्ड केस को लेकर कांग्रेस ने बड़ा अभियान छेड़ा है।

21 से 27 अप्रैल तक देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस होंगी। आपको बता ते चलें 21 से 27 अप्रैल के बीच 57 शहरों में 57 प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इस अभियान का नाम ‘कांग्रेस का सच, भाजपा का झूठ’ रखा गया है। पार्टी ने कहा- इस दौरान भाजपा का झूठ सबसे सामने लाया जाएगा।
नेशनल हेराल्ड केस को लेकर एक बार फिर कांग्रेस हमलावर हो गई है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एलान किया है कि 21 से 27 अप्रैल तक कांग्रेस देश के 57 शहरों में 57 प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। इस अभियान को नाम दिया गया है – ‘कांग्रेस का सच, भाजपा का झूठ’। खड़गे ने कहा कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने का काम कर रही है, लेकिन कांग्रेस न कभी डरी है, न झुकी है, और न ही डरेगी।
यह बयान उस वक्त आया है जब नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय लगातार कांग्रेस नेताओं से पूछताछ कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध है। पार्टी अब इसे जनजागरण का मुद्दा बनाकर देशभर में लोगों के बीच ले जाने की तैयारी में है। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने रविवार को ‘X’ पर जानकारी देते हुए लिखा- विजयवाड़ा से वाराणसी, कश्मीर से तिरुवनंतपुरम तक कांग्रेस नेता भाजपा के झूठ और स्वतंत्रता संग्राम के जीवित स्मारक ‘नेशनल हेराल्ड’ को खत्म करने के राष्ट्रविरोधी प्रयासों को उजागर करने के लिए पूरे भारत में फैल रहे हैं। पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले 57 नेताओं की लिस्ट भी शेयर की। इसमें मणिकम टैगोर, गौरव गोगोई, पी चिदंबरम, सुप्रिया श्रीनेत, अशोक गहलोत, शशि थरूर, पवन खेड़ा, भूपेश बघेल, कन्हैया कुमार, रणदीप सिंह सुरजेवाला, राजीव शुक्ला, अलका लांबा जैसे कई बड़े नेताओं के नाम शामिल है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश का कहना है – अहमदाबाद अधिवेशन में पारित प्रस्ताव के तहत 25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ‘संविधान बचाओ’ रैलियां आयोजित की जाएंगी। इसके बाद 3 मई से 10 मई तक जिला स्तर पर भी इसी तरह की रैलियां की जाएंगी। 11 मई से 17 मई तक देशभर के 4,500 विधानसभा क्षेत्रों में संविधान बचाओ रैलियां आयोजित की जाएंगी। 20 मई से 30 मई तक संविधान बचाने के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाया जाएगा।जयराम रमेश ने भाजपा सरकार पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ED का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। नेशनल हेराल्ड मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें कोई कानूनी मुद्दा नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ आपराधिक मानसिकता वाले दो व्यक्तियों द्वारा रची गई राजनीतिक बदले की भावना का मामला है।
नेशनल हेराल्ड क्या है? अंग्रेजी अखबार, स्थापना 1938 में पं. जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने की। स्वामित्व एजेएल के पास था, जो नवजीवन (हिंदी), कौमी आवाज’ (उर्दू) निकालता था।
नेशनल हेराल्ड केस क्या है?
BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का अवैध अधिग्रहण कर लिया।
AJL ने कर्ज क्यों लिया? AJL पर साल 2008 तक ₹90 करोड़ रु. का कर्ज हो गया। इसका प्रकाशन बंद हो गया। कांग्रेस ने 2002 से 2011 के बीच एजेएल को 90 करोड़ रु. की राशि ऋण के रूप में दी थी।