Three Day Storytelling Workshop Concluded: तीन दिवसीय कथाकहन कार्यशाला सम्पन्न: वाणी त्रिपाठी और विभा सिंह ने प्रतिभागियों को दिए राइटिंग के गुर
देश भर के दिग्गज साहित्यकारों के साथ सम्पन्न हुई तीन दिवसीय कथाकहन कार्यशाला कथाकहन कार्यशाला के अंतिम दिन स्क्रीनप्ले, राइटिंग,बाल लेखन,कथाकहन से निकले सफल प्रतिभागियों का सत्र,साहित्य औऱ स्त्री, प्रतिभागियों से संवाद, किताब लिखने से बिकने तक के सत्र हुए।
अभिनेत्री, स्क्रीनप्ले राइटर वाणी त्रिपाठी टिक्कू ने प्रतिभागियों को स्क्रीन प्ले की मास्टर क्लास में जयशंकर प्रसाद की लोकप्रिय क्लासिक कथा बेड़ी पर प्रतिभागियों को जोड़ते हुए संवाद किया कि वे इसका स्क्रीनप्ले कैसे बनेगा, इस पर दृश्य दर दृश्य सोचें। उन्होंने छोटे -छोटे टास्क भी रखे जिसे प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह से पूरा किया।

हीरामंडी की स्क्रीन प्ले राइटर विभा सिँह ने कई फिल्मों के यादगार दृष्यों को प्रतिभागियों से साझा करते हुए कहा कि सही दिशा में धैर्य के साथ मेहनत औऱ आत्मविश्वास से आप आगे बढ़ सकते हैं। इलेस्ट्रेटर कनुप्रिया कुलश्रेष्ठ ने बच्चे क्या चाहते हैं अपनी कहानियों सत्र में बोलते हुए कहा कि बच्चों के लिए कहानियाँ लिखना बच्चों का खेल नहीं। उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को बहुत कहानियाँ चाहिए होती हैं।ईमानदारी औऱ सहजता से बाल लेखन करना चाहिए जिसमें दृश्य भी सरल हो।

नवीन चौधरी ने किताब लिखने से बिकने तक सत्र में आलिंद माहेश्वरी से विभिन्न मुद्दों पर बात की। साहित्य औऱ स्त्री सत्र में उर्मिला शिरीष ने संवाद की शुरुआत में कानोता में लेखकों का आदर औऱ सम्मान है।कथाकहन में वरिष्ठ से लेकर युवा कथाकार , चित्रकार, फ़िल्मकारों का जुटान बेजोड़ संगम है।उनसे संवाद करते हुए उमा ने कहा कि लेखन को स्त्री औऱ पुरुष खाँचों में क्यूँ रखा जाता है।उर्मिला शिरीष ने कहा मैं स्त्री विमर्श को ख़ारिज करती हूँ… इस बार नये सत्र कथाकहन पाठशाला में हिमाचल से देवकन्या, जयपुर से उजला लोहिया, सोनू यशराज, अजमेर से विनीता बाड़मेरा ने अपनी कथायात्रा औऱ कथाकहन के योगदान पर बातचीत की।
उजला लोहिया ने बताया कि संगीत से छूटी लय साहित्य में मिली। औऱ किस तरह पुराने जयपुर के किस्सों ने उन्हें कहानियों की ओऱ मोड़ा।सोनू यशराज ने बताया कि कविता एक़ जंगल है तो कहानी उसकी पगडंडी।विषय की माँग के अनुरूप दोनों एक़ दूसरे में आवाजाही करते रहते हैं। अंत में 35 प्रतिभागियों से विस्तृत संवाद औऱ उन्हें सर्टिफिकेट वितरण किया गया।