Karauli Murder Case: प्यार में रोड़ा बने पति को पत्नी ने प्रेमी संग उतारा मौत के घाट: शव को फेका कुंए मे
करौली मे प्यार में रोड़ा बने पति को एक पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं पत्नी ने पति की हत्या करने बाद शव को कुंए में फिकवा दिया। जिससे वारदात का किसी को अता पता नहीं चले।

लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ब्लाइंड मर्डर कांड का महज 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने बताया की 21 अगस्त को बालघाट थाना इलाके के मुंडिया गांव निवासी देवीसहाय गुर्जर के भतीजे सचिन गुर्जर ने पुलिस मे मामला दर्ज कर बताया की 20 अगस्त की रात्री से मेरे बाबा देवीसहाय गुर्जर अचानक से लापता हो गये जिनकी काभी तलाश की लेकिन कोई पता नही चला। साथ ही भतीजे ने अपनी चाची कुसुम पर शक जाहिर किया था।
इस पर वारदात को गंभीरता से लेते हुए बालघाट थानाधिकारी कमलेश मीना के नेतृत्व मे पुलिस टीम का गठन किया गया है साथ ही मृतक की तलाश की गई है। तभी पुलिस टीम ने मृतक की पत्नी के बारे मे आस पडौस के लोगों से जानकारी ली तो पत्नी कुसुम की गतिविधियां संदिग्ध मिली। इस पर पुलिस टीम ने पत्नी को डिटेन किया और पुछताछ की तो सामने आया की प्यार मे पति के रोडा बनने के चक्कर मे प्रेमी पिंटू उर्फ सत्येंद्र गुर्जर निवासी जयसिंह का पुरा हिण्डौन सिटी उसके साथी श्रीमान उर्फ अनिल गुर्जर निवासी ध्वजा मोरोली और एक विधी से संघर्षरत एक नाबालिग बालक को निरूद्ध किया है। आरोपियों की निशानदेही पर मृतक देवीसहाय के शव को बयाना क्षेत्र के गांव भिडांवली के समीप सुखे कुंए से बरामद किया गया है।
घटना वाले दिन आरोपियों ने की घंटो तक बात
थानाधिकारी कमलेश कुमार मीना ने बताया की घटना वाले दिन आरोपी पत्नी कुसुम की मोबाइल डिटेल्स और सीडीआर निकलवाई तो सामने आया की आरोपी और आरोपी प्रेमी पिंटू की देर रात तक कई घंटे तक फोन पर बात हुई। जिसके बाद पुलिस को शक हो गया की आरोपी लापता नही ब्लकि उसकी हत्या हुई है। इस पर आरोपी कुसुम को डिटेन कर पुछताछ की गई तो सामने आया की आरोपी का पीहर गाँव गुर्दा डांग बयाना भरतपुर में है। आरोपी गुजरात की थी जिसका आरोपी को अब कोई पत्ता मालूम नहीं है।
आरोपी कुसुम के पिता की मौत होने पर उसकी माँ ने हाल के पिता कुँवरसिंह निवासी गुर्दा डांग शादी करके ले आये थे। उस समय आरोपी करीब 7-8 साल थी और उसकी छोटी बहिन की उम्र 6-7 साल थी। आरोपी कुसुम की माँ गुर्दा डांग आने पर उनके दो लड़के सतवीर, रनवीर हुये थे। उसके पिता ने करीब 12-13 साल पहले आरोपी की शादी देवीसहाय निवासी मूंडिया के साथ कर दी थी। उस समय मृतक देवीसहाय की उम्र करीब 45-50 साल थी। जिससे आरोपी का एक लडका मनीष हुआ था।
जिसकी उम्र अब करीब 10 साल है।शादी के कुछ साल बीतने के बाद आरोपी की पति देवीसहाय से अनबन रहने लगी तभी 3 साल पहले आरोपी की मुलाकात प्रेमी पिन्टू निवासी जयसिंह पुरा से हुई जो आरोपी पडौसी गॉव का है. दोनो मे नजदीकियां बढने लगी और शारिरिक संबंध शुरु हुये थे। घर पर संबंध बनाने पर रोका टोकी परेशानी आने पर आरोपी कुसुम प्रेमी आरोपी के साथ 3 माह पहले साथ चली गई थी। लेकिन मृतक देवी साहब गुर्जर ने सामाजिकता नेवाने के चलते कोई भी पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया और आरोपी कुसुम को तलाश कर वापस से अपने घर पर ले आया। इसी बीच परिवार की पाबंदी के चलते दोनो मिल नही पा रहे थे। इस पर दोनो ने पति को मौत के घाट उतारने की प्लानिंग बनाई।
शौच के बहाने उतारा मौत के घाट
थानाधिकारी ने बताया की आरोपियों ने पुछताछ मे बताया की प्रेमी आरोपी पिन्टू गुर्जर ने आरोपी कुसुम को मोबाईल पर कहा की उसके घर पर लेंट्रिंग बाथरुम नहीं है जब समय बताऊ तब शौच के बहाने बाहर ले आना फिर आगे की कहानी को मैं देख लूंगा। जिस पर आरोपी पत्नी सहमत हो गई। फिर 20 तारीख को घटना की योजना बन गई थी। जिस पर पिन्टू अपने साथ गाडी में उसके अलावा दो दोस्तो के साथ मूंडिया गाँव पहुंचता है। तभी आरोपी पिंटू आरोपी कुसुम को आने की जानकारी देता है। तभी आरोपी पत्नी पाटौर पोश घर में सो रही थी साथ ही मृतक देवीसहाय बगल मे बेटे मनीष के साथ खाट पर सो रहा था।
रात 12 बजे आरोपी ने मृतक को जगाया और कहा की मेरे पेट में दर्द हो रहा है मुझे आप शौच कराने ले चलो बाहर जाने पर मुझे डर लगता है।इस पर मृतक देवीसहाय आरोपी पत्नी के कहने पर घर के पीछे खेत पर शौच कराने ले गया था। आरोपी पत्नी शौच के बहाने बैठ गई थी और मृतक बाजरे की खेत की डोर पर खड़ा हो गया था। कुछ देर बाद ही पहले से ही बाजरे के खेत में बैठा पिन्टू गुर्जर निकल कर आया और आते ही पिन्टू ने पीछे से एकदम मृतक का मुँह दवा लिया और नीचे पटक लिया इतने में ही बाजरे के खेत से पिन्टू का एक साथी श्रीमान गुर्जर निवासी तांतिया का नगला और निकल कर आ गया जिसने भी मृतक को पकड लिया और प्रेमी पिन्टू ने तुरन्त ही उसकी तोलिया से मृतक का गला दवा दिया जो तुरन्त ही बेहोश हो कर खत्म हो गया। इसके बाद शव को छोटी गाडी में ले जाकर डाल दिया। जहाँ गाडी में पहले से ही बैठा एक लडका गाडी को चलाकर वहा से मृतक देवीसहाय को ले गये और बयाना के बाद सुखे कुंए मे डाल दिया।।

