Violence Nagpur News Update: महिला पुलिसकर्मियों के कपड़े उतारने की कोशिश: मास्टरमाइंड फहीम खान गिरफ्तार
महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब का पुतला जलाने पर 17 मार्च को हुई सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने बुधवार को मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को गिरफ्तार किया। उसे 21 मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।

पुलिस जांच में सामने आया है कि फहीम शमीम खान ने 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा किया और हिंसा को भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई। दंगाइयों ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश भी की।
महिला पुलिसकर्मियों के कपड़े उतारने की कोशिश की
गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR के मुताबिक, भालदरपुरा चौक के पास रात के अंधेरे का फायदा उठाकर महिला पुलिस अधिकारी के कपड़े उतारने और उन्हें अश्लील तरीके से छूने की कोशिश की गई।
महिला पुलिसकर्मियों को अश्लील इशारे और टिप्पणियां
दंगाइयों ने अन्य महिला पुलिसकर्मियों को भी अश्लील इशारे किए और भद्दी टिप्पणियां कर उन्हें डराने की कोशिश की। घटनास्थल पर तैनात रैपिड कंट्रोल पुलिस अधिकारी ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी और बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
नागपुर में हिंसा क्यों हुई थी?
17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान गोबर के कंडों से भरा हरे रंग का कपड़ा जलाया गया, जिसे VHP ने औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र बताया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शाम 7:30 बजे नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़क गई। दंगाइयों ने घर और दुकानों पर पथराव किया और सड़क पर खड़ी दर्जनों गाड़ियों को तोड़फोड़ और आगजनी का शिकार बनाया। इस दौरान पुलिस पर भी हमला किया गया। दंगाइयों ने DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे वे घायल हो गए।
11 इलाकों में लगाया गया था कर्फ्यू
हिंसा के बाद 18 मार्च को नागपुर के 11 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए थे, जिनमें 3 DCP शामिल हैं। 5 आम नागरिक घायल हुए, जिनमें से 1 व्यक्ति ICU में भर्ती है।