Syria Civil War Minority Security Crisis: सीरिया में भीषण हिंसा: लताकिया और तारतूस में 1,000 से ज्यादा मौतें
सीरिया के लताकिया और तारतूस में सुरक्षाबलों और असद समर्थक अलावी समुदाय के बीच जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही. छह से 10 मार्च के बीच इस हिंसा में अब तक 1000 लोगों की मौत हो गई है. इन इलाकों में 72 घंटों से पानी और बिजली की सप्लाई पूरी तरह से बंद है.

सीरिया में बीते तीन दिनों से हिंसा का दौर जारी है। जिसमें अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यह संघर्ष मौजूदा सरकार और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों के बीच हो रहा है। जिसने देश में गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
सीरिया में हो रहे इस संघर्ष पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के मुताबिक, सरकारी सुरक्षा बल और असद समर्थक लड़ाकों के बीच गुरुवार से जारी लड़ाई अब तक की सबसे भीषण हिंसक झड़पों में से एक बन चुकी है। 14 साल पहले शुरू हुए सीरियाई संघर्ष के सबसे घातक दिनों में शनिवार का दिन भी शामिल हो गया है।
नई सरकार के लिए बढ़ी चुनौती
गुरुवार को शुरू हुई यह हिंसा नई सरकार के खिलाफ एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है। तीन महीने पहले ही विद्रोही गुटों ने बशर अल-असद को सत्ता से हटाकर एक नई सरकार का गठन किया था। सरकार का दावा है कि वह असद के बचे हुए सैनिकों और समर्थकों के हमलों का जवाब दे रही है।
सरकार समर्थक सुन्नी मुस्लिम लड़ाकों ने असद के अल्पसंख्यक अलावाइट समुदाय को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। दशकों तक यह अलावाइट समुदाय असद सरकार की ताकत का मुख्य आधार रहा है।
सड़कों पर बिछी लाशें, गांवों में खूनखराबा
एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा से सीरिया के तटीय क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अलावाइट बहुल गांवों और कस्बों में घुसकर बंदूकधारियों ने नरसंहार किया है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बंदूकधारियों ने अलावाइट पुरुषों को उनके घरों के दरवाजे पर या सड़कों पर गोली मार दी। कई घरों को लूटकर उनमें आग लगा दी गई। हजारों लोग अपनी जान बचाने के लिए नजदीकी पहाड़ों की ओर भाग गए हैं।
सबसे अधिक प्रभावित शहरों में बानियास प्रमुख है, जहां सड़कों पर शव बिखरे पड़े हैं। वहां के निवासियों ने बताया कि नई सरकार के लड़ाकों ने शुक्रवार को मारे गए लोगों के शवों को उठाने से भी रोक दिया।
विश्लेषकों का मानना है कि यह संघर्ष और भी लंबा खिंच सकता है क्योंकि दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ पूरी ताकत झोंक रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठन सीरिया की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील कर रहे हैं।