Most Polluted Cities In India: भारत में वायु प्रदूषण बना गंभीर स्वास्थ्य संकट: दुनिया के 20 में से 13 सबसे प्रदूषित शहर भारत के
जयपुर वायु प्रदूषण एक गंभीर स्वास्थ्य जोखिम बना हुआ है। जो औसतन पांच से दस साल तक जीवन प्रत्याशा को कम करता है। 2009 से 2019 के बीच भारत में प्रदूषण के कारण हर साल करीब 15 लाख मौतें दर्ज की गईं।

मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में हैं, जिनमें असम का बर्नीहाट सबसे ऊपर है। हालांकि, 2024 में भारत में PM2.5 सांद्रता में 7% की गिरावट देखी गई, जो 2023 के 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से घटकर 50.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गई। इसके बावजूद, दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में से 6 भारत में ही हैं।
दिल्ली में लगातार उच्च प्रदूषण स्तर
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार खतरनाक बनी हुई है। 2024 में दिल्ली की वार्षिक औसत PM2.5 सांद्रता 91.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। जो 2023 के 92.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से मामूली ही कम रही।
ओशिनिया दुनिया का सबसे स्वच्छ क्षेत्र
रिपोर्ट में बताया गया कि 2024 में ओशिनिया क्षेत्र दुनिया का सबसे स्वच्छ क्षेत्र रहा। जहां 57% शहर WHO के दिशानिर्देशों को पूरा करते हैं। इस क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिजी, पापुआ न्यू गिनी, नौरू, किरिबाती और मार्शल आइलैंड्स सहित 14 देश शामिल हैं।
दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल 13 भारतीय शहर हैं- बर्नीहाट, दिल्ली, मुल्लांपुर (पंजाब), फरीदाबाद, लोनी, नई दिल्ली, गुरुग्राम, गंगानगर, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी, मुजफ्फरनगर, हनुमानगढ़ और नोएडा
क्या है PM 2.5 और इसके खतरे?
PM2.5 वे सूक्ष्म प्रदूषण कण होते हैं, जिनका आकार 2.5 माइक्रॉन या उससे छोटा होता है। ये कण फेफड़ों और रक्त प्रवाह में प्रवेश कर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जैसे कि सांस की समस्याएं, हृदय रोग और कैंसर। इसका मुख्य स्रोत वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक धुआं और कृषि अवशेषों का जलना है।