Big Decision of Rajasthan Government: राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला: मंदिरों के विकास पर 101 करोड़ रुपए होंगे खर्च, पुजारियों का मानदेय बढ़ा
प्रयागराज में राजस्थान के मंत्रिपरिषद की बैठक में मंदिरों से जुड़े हुए कई फैसले किए गए। राजस्थान में मंदिरों पर 101 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

शनिवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में देवस्थान विभाग के मंदिरों में भोग के लिए हर महीने 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपए देने का फैसला किया गया।
इसके अलावा देवस्थान विभाग के मंदिरों में काम कर रहे अंशकालिक पुजारियों को अब हर महीने 7500 रुपए का मानदेय देने का फैसला किया है। पहले 5000 रुपए मिलते थे।
मंत्रिपरिषद ने प्रदेश के देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले 6 मंदिरों और 26 आत्मनिर्भर मंदिरों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए 101 करोड़ रुपए देने का फैसला किया। जीर्ण-शीर्ण हो चुके मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए 25 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
महाकुंभ को लेकर मुख्यमंत्री का संदेश
महाकुंभ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, ‘महाकुंभ हमारी संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। यह पूर्वजों और संतों की धरोहर है, जिसका आयोजन खगोलीय गणनाओं के आधार पर किया जाता है। हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का यहां आना भारत की अद्भुत आस्था और आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस भव्य आयोजन की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं का महाकुंभ में आना भारत की आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है।
बैठक में कई वरिष्ठ नेता रहे मौजूद
इस दौरान राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित कई मंत्री, सांसद और विधायक बैठक में उपस्थित रहे।