Atishi’s resignation from the post of Chief Minister: आतिशी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा: LG ने दिल्ली विधानसभा भंग की: भाजपा की 27 साल बाद सत्ता में वापसी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के अगले दिन दिल्ली की मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह सुबह 11 बजे उपराज्यपाल (LG) सचिवालय पहुंचीं और वहां उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद उपराज्यपाल ने 7वीं दिल्ली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी।

आतिशी ने कालकाजी सीट से बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी को 3,580 वोटों से हराया, लेकिन उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई। वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की। कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली।
केजरीवाल ने पहले ही दे दिया था इस्तीफा
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर 2024 को उपराज्यपाल विनय सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उस दौरान उनके साथ आतिशी और चार अन्य मंत्री भी मौजूद थे। इसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था, लेकिन चुनावी नतीजों के बाद अब उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया।
भाजपा में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मंथन जारी
अब दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी में मंथन जारी है। गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बैठक चल रही है, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल दो देशों के दौरे पर हैं, इसलिए दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह उनके लौटने के बाद ही होगा। इस समारोह में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली के सीमावर्ती निर्वाचन क्षेत्रों, विशेष रूप से हरियाणा और उत्तर प्रदेश से सटे क्षेत्रों ने भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में भाजपा की वापसी
भाजपा को यह जीत 2015 और 2020 के चुनावों में करारी हार झेलने के बाद मिली है। 27 साल के लंबे इंतजार के बाद भाजपा को दिल्ली में पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया।