Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: 20 नवम्बर को मतदान, चुनावी माहौल गरमाया
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवम्बर को होने हैं। और राज्य में चुनावी माहौल पूरी तरह से गरमाया हुआ है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी पार्टी के प्रचार में जुटे हुए हैं। और हर पार्टी अपनी जीत को लेकर आशान्वित है।
इस बार कुल 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। और इस बार की विधानसभा चुनावी लड़ाई में कई महत्वपूर्ण मुद्दे सामने आ रहे हैं। जिनमें पानी की समस्या और विकास जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
बुलडाणा विधानसभा क्षेत्र की चुनावी चर्चा
महाराष्ट्र का बुलडाणा विधानसभा क्षेत्र इस बार चुनावी चर्चा में खासा अहम है। यह क्षेत्र कई वर्षों से विकास के मामले में पिछड़ा हुआ रहा है। और इस बार यहाँ के लोग सबसे ज्यादा पानी की समस्या को लेकर परेशान हैं। क्षेत्र के लोग लंबे समय से पानी की कमी और जल संकट से जूझ रहे हैं। और यह मुद्दा इस चुनावी प्रचार का एक बड़ा हिस्सा बन चुका है। महाविकास आघाड़ी की प्रत्याशी जयश्री ताई शेलके ने इस गंभीर मुद्दे पर खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिकता इस मुद्दे को हल करना है और क्षेत्र में जलसंसाधन के प्रबंधन में सुधार लाना है।
चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या और मतदाता आंकड़े
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 4,140 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार यह संख्या 2019 के विधानसभा चुनावों में लड़े गए उम्मीदवारों की संख्या (3,239) से 28 प्रतिशत अधिक है। इसका मतलब है कि इस बार चुनावी मुकाबला और भी कड़ा होगा।
महाराष्ट्र में मतदाताओं की संख्या
महाराष्ट्र में इस बार 9.7 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से 5.22 करोड़ पुरुष और 4.49 करोड़ महिलाएं हैं। वहीं, 18 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 22,22,704 है। चुनावी मतदान में शामिल होने वाले 12.43 लाख मतदाता ऐसे हैं। जिनकी उम्र 85 साल से अधिक है। इस बार ट्रांसजेंडर मतदाता की संख्या भी 6,101 हैं। जबकि राज्यभर में 6.41 लाख दिव्यांग मतदाता और 1.16 लाख सर्विस वोटर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग के आंकड़े के अनुसार राज्य में इस बार 1 लाख मतदान केंद्र होंगे । ताकि मतदाता अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर वोट कर सकें।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार कई गंभीर मुद्दे चुनावी प्रचार का हिस्सा बने है। खासकर जल संकट विकास और बुनियादी सुविधाओं की कमी। इस चुनाव में बढ़ी हुई उम्मीदवारों की संख्या और विविध प्रकार के मतदाताओं के आंकड़े यह दर्शाते है। कि यह चुनाव राज्य के लिए एक ऐतिहासिक अवसर हो सकता है। 20 नवम्बर को मतदान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी पार्टी राज्य की जनता का विश्वास जीतने में सफल होती है।