CJI Sanjiv Khanna: जस्टिस संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश: राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ
जस्टिस संजीव खन्ना ने सोमवार को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ भी मौजूद थे।
डीवाई चंद्रचूड़ के बाद संभाला पद
पूर्व CJI डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हो गए थे, जिसके बाद जस्टिस संजीव खन्ना ने उनका स्थान लिया। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल मात्र 6 महीने का होगा । और वे 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। जस्टिस खन्ना के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका है। क्योंकि उनके चाचा, जस्टिस हंसराज खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके थे। हालांकि 1975 में इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी सरकार के विरोध की वजह से उन्हें सीनियर होने के बावजूद चीफ जस्टिस का पद नहीं मिला था।
जस्टिस खन्ना का समृद्ध करियर
सुप्रीम कोर्ट में अपने करियर के दौरान जस्टिस संजीव खन्ना ने 65 महत्वपूर्ण फैसले लिखे हैं और वे करीब 275 बेंचों का हिस्सा रहे हैं। उनकी न्यायिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण मामलों का समावेश रहा है। और उन्होंने न्यायपालिका में एक गरिमापूर्ण और निष्पक्ष भूमिका निभाई है।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने किया विश्वास व्यक्त
अपने विदाई भाषण में 8 नवंबर को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस खन्ना के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के भविष्य के प्रति अपने विश्वास का इज़हार किया। उन्होंने जस्टिस खन्ना को “गरिमापूर्ण स्थिर और न्याय के लिए गहरे प्रतिबद्ध” व्यक्तित्व के रूप में चित्रित किया। और उम्मीद जताई कि वे न्यायपालिका की गरिमा को बनाए रखते हुए नए युग में न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
जस्टिस संजीव खन्ना की शपथ के साथ भारतीय न्यायपालिका ने एक नए अध्याय की शुरुआत की है और आगामी महीनों में उनके नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट का मार्गदर्शन किया जाएगा।
1 मई 2025 तक होगा कार्यकाल
पूर्व सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने 17 अक्टूबर को अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना के नाम की सिफारिश की थी। इसके बाद केंद्र ने 24 अक्टूबर को जस्टिस खन्ना की नियुक्ति को आधिकारिक रूप से अधिसूचित किया। सीजेआई संजीव खन्ना 6 महीने से थोड़ा अधिक का कार्यकाल पूरा करेंगे और 1 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।
वकालत के पेशे से जुड़ा परिवार
दिल्ली के एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखने वाले जस्टिस खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस देव राज खन्ना के बेटे और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एच आर खन्ना के भतीजे हैं। जज संजीव खन्ना को 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रोमोट किया गया था। वह लंबित मामलों को कम करने और न्याय मुहैया कराने में तेजी लाने पर जोर देते रहे हैं।