Anita Choudhary Murder Case: अनीता चौधरी की निर्मम हत्या: मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर: परिवार की संदिग्ध भूमिका पर उठे सवाल
अनीता चौधरी की निर्मम हत्या का मामला अब तक कई रहस्यों और सवालों के घेरे में है। शव मिलने के आठ दिन बाद भी पुलिस के हाथ मुख्य आरोपी तक नहीं पहुंचे हैं। मामले में नया मोड़ तब आया जब पुलिस के आला अधिकारी अनीता के पति मनमोहन चौधरी और उनके बेटे राहुल को जांच में सहयोग देने के लिए धरना स्थल पर नहीं पहुंचे।
हालांकि वहां दोनों नहीं मिले और उनका पता नहीं चला। पुलिस अधिकारियों ने फिर मनमोहन चौधरी के घर का रुख किया। लेकिन वहां भी ताला लगा मिला। इसके बाद पुलिस ने उनके निवास पर एक नोटिस भेज दिया।अब कई सवाल पैदा करते हैं। आखिर वो क्या राज है जिसे छुपाया जा रहा है ? आखिर क्यों अनिता का परिवार पुलिस की जांच में सहयोग नही कर रहा ? आखिर क्या बात है जिस पर बात करने से सभी कतरा रहे है ?
लूट या बदला पुलिस के विभिन्न एंगल पर जांच जारी
इस मामले की शुरुआत पुलिस ने लूट के इरादे से हुई हत्या के रूप में की थी। जिसमें मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन को नामजद किया गया था। पुलिस ने उसकी पत्नी आबिदा को भी गिरफ्तार किया था। लेकिन इस थ्योरी पर सवाल उठने लगे थे। दरअसल अनीता की हत्या के बारे में कुछ चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। अनीता के पति मनमोहन और उनकी सहेली सुनीता उर्फ सुमन सेन का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ। जिसमें दोनों ने साफ तौर पर अनीता की हत्या में तैयब अंसारी का नाम लिया था। इस ऑडियो में इस हत्या को लेकर एक खुफिया बात का खुलासा भी हुआ था। जिसमें अनीता के जान से मारने के पीछे कुछ व्यक्तिगत रंजिश और ब्लैकमेलिंग की संभावना जताई गई थी।
इसके साथ ही कुछ संदिग्ध फोटो और वीडियो भी सामने आए हैं। जो मामले की परतों को और पेचीदा बनाते हैं। पुलिस अब इस हत्याकांड को लूट, बदला, और ब्लैकमेलिंग जैसे कई एंगल से जांच रही है।
मनमोहन और राहुल का गायब होना पुलिस की जांच पर सवाल
अनीता के परिवार का पुलिस जांच में सहयोग न करना और धरने से गायब होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। जब पुलिस ने मनमोहन और राहुल को जांच में सहयोग देने के लिए धरना स्थल पर बुलाया। तो वे दोनों वहां से गायब पाए गए। इसके बाद पुलिस उनके घर पहुंची। जहां ताला लगा हुआ था। और वहां भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। अब सवाल उठता है कि अगर वे निर्दोष हैं। तो आखिर क्यों वे पुलिस जांच से बचने की कोशिश कर रहे हैं?
इससे यह भी सवाल उठता है कि क्या अनीता के परिवार का इस हत्या में कोई हाथ है या फिर वे कुछ छिपा रहे हैं? क्या यह कोई पारिवारिक विवाद था। जिसका अंत अनीता की हत्या के रूप में हुआ? पुलिस अब तक के सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है। और कई गवाहों से पूछताछ जारी है।
क्या है पुलिस की अगली रणनीति?
पुलिस के उच्च अधिकारियों ने बताया कि वे इस मामले में हर पहलू की जांच कर रहे हैं। चाहे वह लूट का मामला हो, बदला हो, या फिर ब्लैकमेलिंग का कोई मामला। अनीता की हत्या के पीछे की असल वजह क्या थी, यह जानने के लिए पुलिस सभी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। मनमोहन और राहुल के गायब होने से यह साफ है कि कुछ गड़बड़ जरूर है। और पुलिस इस रहस्य को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि अनीता और कुछ व्यक्तियों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते थे। जो अब इस हत्या के पीछे की मुख्य वजह बन सकते हैं। हालांकि पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस मामले में कुछ ऐसे सुराग मिले हैं। जो निश्चित तौर पर मामले की गुत्थी को सुलझा सकते हैं। लेकिन फिलहाल मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी होना बाकी है।
अब यह देखना होगा कि पुलिस इस जटिल मामले में जल्द ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाती है या नहीं और क्या अनीता के परिवार का व्यवहार उनके मामले में संलिप्तता की ओर इशारा करता है? फिलहाल पुलिस जांच जारी है और इस केस को लेकर मीडिया और जनता के बीच लगातार चर्चा बनी हुई है।