IndiGo Air Flights Bomb: 50 फ्लाइट्स को बम की धमकी: अभी तक 600 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान
इंडिगो की कोलकाता से पुणे और अकासा एयर की बेंगलुरु से अयोध्या फ्लाइट को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इन फ्लाइट्स की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई है। साथ ही अब इस बात की भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये धमकियां आखिरी दी कहां से गई हैं।
तीन इंडियन एयरलाइंस की 50 फ्लाइट्स को रविवार को बम की धमकी मिली है। इनमें इंडिगो की 18 विस्तारा की 17 और अकासा की 15 फ्लाइट्स शामिल हैं। इस तरह 14 दिनों में 350 से ज्यादा डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में बम होने की धमकी मिल चुकी है। हालांकि जांच में ये सभी धमकियां झूठी निकली हैं।
पिछले दिनों प्लेन को मिली धमकियों की वजह से एयरलाइंस सर्विस बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। एविएशन मिनिस्ट्री को 600 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
मंत्री बोले- धमकी देने वाले नो फ्लाइंग लिस्ट में डाले जाएंगे
केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू नेआज रविवार को कहा कि केंद्र सरकार बम की झूठी धमकियां देने वालों को उड़ान भरने से रोकने के लिए कदम उठाने पर विचार कर रही है। इसके लिए सरकार कानूनों में संशोधन करने पर भी विचार कर रही है। कानूनों में बदलाव किए जाएंगे। जो लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल होंगे। उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसे लोगों को नो फ्लाइंग लिस्ट में भी डाला जाएगा। हम आने वाले दिनों में इसकी घोषणा करेंगे।
बम की धमकी मामले में अब तक दो पकड़े
फ्लाइट में बम की झूठी धमकी देने वाले 25 साल के युवक को दिल्ली पुलिस ने 26 अक्टूबर को हिरासत में लिया था। पुलिस के मुताबिक 25 साल के शुभम उपाध्याय ने 25 अक्टूबर को IGI एयरपोर्ट पर फ्लाइट में बम की झूठी धमकी वाली दो पोस्ट की थीं। पूछताछ में उसने बताया कि फेमस होने के लिए उसने ऐसा किया है।
इससे पहले मुंबई पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से 17 साल के नाबालिग को हिरासत में लिया था। उसका एक दोस्त से पैसों के लिए विवाद चल रहा था। उसने दोस्त के नाम से X अकाउंट बनाया और 14 अक्टूबर को 4 फ्लाइट में बम होने की झूठी पोस्ट की थी।
सिविल एविएशन मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विमानों को लगातार बम से उड़ाने की धमकियां मिलने के कारण अभी तक 600 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। एयरलाइंस कंपनियों ने फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारता है। जिससे ईंधन की खपत ज्यादा होती है।