Baba Siddique Hatya: क्या सलमान खान के करीबी लोगो को दुश्मन मानता है लॉरेंस? क्या बाबा सिद्दीकी की हत्या में बिश्नोई गैंग का हाथ?
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं साथ ही हत्या में लॉरेंस गैंग का नाम भी सामने आ रहा है बिश्नोई गैंग को अमेरिका में बैठ कर 3 वांटेड गैंगस्टर चला रहे हैं जिसमें लारेंस बिश्नोई का भाई अनमोल भी शामिल है. बिश्नोई गैंग ना सिर्फ सलमान खान बल्कि सलमान से करीबी रखने वालों का भी अपना दुश्मन मानता है। मुंबई पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में बिश्नोई गैंग का ही रोल सामने आया है. शूटर्स के बयान के आधार पर यही पता चलता है कि गोली बाबा सिद्दीकी को मारी और संदेश सलमान खान को भेजा गया. बिश्नोई गैंग के रोल से यही सवाल उठता है।
बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 बजे बांद्रा ईस्ट के निर्मल नगर में कोलगेट ग्राउंड के पास अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से बाहर निकले थे, तभी 3 हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी है. इन हमलावरों ने दनादन 6 गोलियां दागीं, जिनमें से 2 सिद्दीकी के सीने में लगी, जिससे उनकी मौत हो गई।
गोलीबारी के बाद तीनों हमलावर मौके से भाग निकले, लेकिन वहां कुछ ही दूरी पर तैनात पुलिस ने उनके से दो पकड़ लिया, जबकि तीसरा हमलावर वहां से बच निकलने में कामयाब रहा।
मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि इनमें से एक शूटर की पहचान हरियाणा में कैथल के रहने वाले गुरमेल बलजीत सिंह के रूप में हुई है, जबकि दूसरा शूटर धर्मराज कश्यप यूपी का रहने वाला है. इन दोनों ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े थे. हालांकि पुलिस उनके इस दावे की तफ्तीश में जुटी हुई है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़ी खास बातें
मुंबई पुलिस के मुताबिक, इस हत्याकांड में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आरोपियों ने 9.9 MM पिस्टल का उपयोग किया. बता दें कि पुलिस ने पिस्टल भी बरामद कर ली थी।
डिप्टी सीएम अजित पवार ने जताया दुख
एक्स पर एक शोक संदेश में उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार ने हमले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया. पवार ने कहा, ‘यह जानकर मैं स्तब्ध रह गया कि इस घटना में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अच्छा दोस्त और सहकर्मी खो दिया है।
उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा नेता खो दिया है जो अल्पसंख्यक समुदाय के लिए लड़े और धर्मनिरपेक्षता के समर्थक रहे.’ उन्होंने कहा कि हमले की गहन जांच की जाएगी. वहीं उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास गृह विभाग भी है, घटना के कुछ देर बाद लीलावती अस्पताल पहुंचे थे. सिद्दीकी इसी साल अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हुए थे ।
कानून व्यवस्था पर उठाया सवाल
एनसीपी (सपा) अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति चिंताजनक है. उन्होंने गृह मंत्री फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भी चिंताजनक है कि स्थिति को इतने हल्के ढंग से संभाला जा रहा है. शरद पवार ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पद छोड़ देना चाहिए।
बाबा सिद्दीकी का परिवार
बाबा सिद्दीकी मूल रूप से बिहार से है. उनके पिताजी घड़ी बनाने का काम करते थे और बाबा सिद्दीकी ने भी जीवन के शुरुआती दिनों में बिहार के शेख टोली गांव में गुजारा. बचा दें कि वह साल 2018 में गोपालगंज के अपने गांव शेख टोली आए थे. इसके बाद 2022 में गोपालगंज आए थे. बाबा सिद्दीकी के परिवार में उनकी पत्नी शहजीन के अलावा बेटा जीशान (विधायक) और बेटी डॉ. अर्शिया हैं।
कौन थे बाबा सिद्दीकी?
बाबा सिद्दीकी बांद्रा पश्चिम विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे चुके हैं. हालांकि वह 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी आशीष शेलार से चुनाव हार गए थे.इसके अलावा वह साल 1992 से 1997 तक पार्षद भी रह चुके हैं. वह कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रहे. उन्होंने अपनी सियासी सफर की शुरुआत कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI से की थी. जिसके बाद पहली बार 1999 में विधायक चुने गए थे।