Iran Israel War: PM नेतन्याहू की मैक्रों से 2 बड़ी बातें: अब फ्रांस पर भड़के नेतन्याहू: हमें हमले का जवाब देना होगा: खामेनेई
इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपी टोटलएनर्जीज गैस स्टेशन को निशाना बनाया है. इजरायल की ओर से ये हमला ऐसे समय में किया गया जब अमेरिका के राष्ट्रपती इमैनुएल मैक्रों और नेतन्याहू के बीच जुबानी जंग चल रही है।
इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपी टोटलएनर्जीज गैस स्टेशन को निशाना बनाया है. इजरायल की ओर से ये हमला ऐसे समय में किया है जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और नेतन्याहू के बीच जुबानी जंग चल रही है।
कोई देश बर्दाश्त नहीं करेगा ईरान की हरकत
पिछले मंगलवार को ईरान ने इजराइली सैन्य ठिकानों पर दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. अप्रैल के बाद ये तेहरान की ओर से दूसरा सीधा हमला है, जिसके बाद ईरान पर सख्त इजराइली प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है. इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया का कोई भी देश अपने शहरों और नागरिकों पर इस तरह के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और यहूदी राज्य भी ऐसा नहीं करेगा. उन्होंने कहा, इजराइल का कर्तव्य और अधिकार है कि वह खुद की रक्षा करे और इन हमलों का जवाब दे और हम ऐसा करेंगे.
ईरान के हमले का जवाब देने के लिए इजराइल की वॉर कैबिनेट से भी मंजूरी मिल गई है. अब बस नेतान्याहू के आदेश का इंतजार है. आदेश मिलते ही इजराइल सेना ईरान पर हमला कर सकती है।
इजारिल ने किया हवाई हमला
रिपोर्ट के अनुसार, बेरूत के दक्षिणी उपनगर में फ्रांसीसी कंपनी TotalEnergies पर इजरायल ने हवाई हमला किया है. जानकारी के अनुसार, इस हमले के बाद स्टेशन पर बड़े पैमाने पर आग लगयी गयी हलाकि किसी को नुकसान होने की जानकारी सामने नहीं आई है।
नेतन्याहू और मैक्रों के बीच क्या है विवाद
हल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा की “सभी सभ्य देशों” को इजरायल के साथ खड़ा होना चाहिए, क्योंकि वह ईरान के नेतृत्व वाली “बर्बर ताकतों से लड़ रहा है.”, उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने के आह्वान को “शर्मनाक” बताया
फ्रांस ने लगये है ये है प्रतिबंद
एक वीडियो संदेश जारी करते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि “आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन जो देश कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करते हैं, वे इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने का आह्वान कर रहे हैं.” नेतन्याहू के इस बयान के तुंरत बाद ही मैक्रों के ऑफिस ने बयान जारी करते हुए सफाई दी और कहा कि फ्रांस इजरायल का पक्का दोस्त है और वह इजराइल की सुरक्षा का समर्थन करता है साथ ही कहा कि अगर ईरान या उसके समर्थक इजरायल पर हमला करते हैं, तो फ्रांस हमेशा इजरायल के साथ खड़ा रहेगा.
भड़के नेतन्याहू बोले- उन्हें शर्म आनी चाहिए
नेतन्याहू ने कहा, “ऐसे समय में जब इजरायल ईरान के नेतृत्व वाली बर्बर ताकतों से लड़ रहा है, सभी सभ्य देशों को इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए. फिर भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य पश्चिमी नेता अब इजरायल को हथियार देने पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए. क्या ईरान हिज्बुल्लाह, हूती, हमास और उसके अन्य सहयोगियों पर हथियार प्रतिबंध लगा रहा है? बिल्कुल नहीं. आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन जो देश कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करते हैं, वे इजरायल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. यह कितनी शर्मनाक बात है.”
PM नेतन्याहू की मैक्रों से 2 बड़ी बाते
- हम लेबनान में दुनिया के सबसे भारी हथियारों से लैस आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ लड़ रहे हैं, जो हमारी उत्तरी सीमा पर 7 अक्टूबर से भी बड़े नरसंहार की योजना बना रहा था। वह एक साल से इजराइल कस्बों और शहरों पर हमला करता आ रहा है।
- हम यमन में हूती, इराक और सीरिया में शिया मिलिशिया के खिलाफ लड़ रहे हैं, जिन्होंने मिलकर इजराइल के खिलाफ सैकड़ों ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। हम ईरान के खिलाफ लड़ रहे हैं, जिसने पिछले हफ्ते इजराइल पर 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थीं।